डलहौज़ी हलचल (डलहौज़ी) : बनीखेत में हाल ही में बढ़ती चोरी की घटनाओं ने स्थानीय निवासियों को चिंता में डाल दिया था। बीते कुछ दिनों में बनीखेत क्षेत्र में चोरी की वारदातें हुईं, जिनमें चोरों ने लोगों की खून-पसीने की कमाई पर हाथ साफ कर दिया था। पुलिस के लिए इन मामलों में शामिल चोर को पकड़ना नाक का सवाल बन गया था, खासकर तब जब चोर दिनदहाड़े पुलिस चौकी बनीखेत से महज चंद मीटर की दूरी पर चोरी की वारदात को अंजाम दे चुके थे। लेकिन पुलिस ने तत्परता से कार्यवाही करते हुए 24 घंटे के भीतर इन सभी वारदातों को अंजाम देने वाले चोर का पता लगाने में सफलता हासिल कर चोर को सलाखों के पीछे धकेल दिया
ये था मामला
बनीखेत क्षेत्र में शातिर चोर ने एक ही दिन में तीन घरों में सेंधमारी कर लोगों को दहशत में डाल दिया। दिन-दिहाड़े ताले तोड़कर चोरी की इन घटनाओं ने स्थानीय निवासियों को स्तब्ध कर दिया है। चोर ने पहले ज्वाला माता मंदिर के पास स्थित पालमपुर निवासी स्टेट बैंक कर्मचारी के क्वार्टर का ताला तोड़ा, लेकिन वहां से उसे कुछ नहीं मिला। इसके बाद, चोर ने धोबी मोहल्ले में अरुण कुमार के घर का ताला तोड़कर करीब 5,000 रुपये नकद चुरा लिए। इसके बाद, बनीखेत वार्ड नंबर 4 में एक और घर में सेंधमारी कर जेवर और नकदी पर हाथ साफ कर दिया।
पुलिस की मुस्तैदी
पुलिस थाना डलहौजी के दायरे में आने वाले बनीखेत क्षेत्र में एक और चोरी की वारदात सामने आने के बाद पुलिस ने अपनी मुस्तैदी दिखाई। पुलिस को तब सफलता मिली जब एक CCTV फुटेज में आरोपी की चोरी वाले स्थान पर मौजूदगी और संदिग्ध हरकतें कैद हो गईं। शक के आधार पर पुलिस ने आरोपी की कॉल ट्रेकिंग रिकॉर्ड (CTR) को खंगाला, जिससे सारा भेद खुलकर सामने आ गया।
गिरफ्तारी और बरामदगी
पुलिस थाना प्रभारी डलहौजी जगवीर सिंह की अगुवाई में एक पुलिस दल ने रविवार सुबह चंबा के ओबड़ी में दबिश देकर अक्षय कुमार पुत्र छोटु राम निवासी ओबड़ी सुल्तानपुर को हिरासत में लिया। आरोपी के कब्जे से पुलिस ने 15 हजार रुपये की नगदी बरामद की। पुलिस का कहना है कि जल्द ही बीते दिनों हुए चोरी के आभूषण भी बरामद किए जाएंगे।
स्थानीय निवासियों को राहत
पुलिस की इस सफलता से बनीखेत के निवासियों ने राहत की सांस ली है। पुलिस आरोपी को सोमवार को कोर्ट के समक्ष पेश करेगी। पुलिस की तत्परता और मुस्तैदी ने यह साबित कर दिया है कि वे अपने क्षेत्र में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तत्पर हैं।
इस घटना से यह स्पष्ट हो गया है कि पुलिस की मुस्तैदी और आधुनिक तकनीकों के उपयोग से अपराधियों को पकड़ने में काफी मदद मिलती है।