डलहौज़ी हलचल (मंडी) 1 अगस्त – मंडी जिले के तेरंग में बादल फटने से हुए नुकसान के बाद एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और होमगार्ड की संयुक्त टीमों द्वारा बचाव अभियान चलाया जा रहा है। एडीएम मंडी डॉ. मदन कुमार ने बताया कि उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन मौके पर मौजूद रहकर इन बचाव कार्यों की अगुवाई कर रहे हैं।
बादल फटने से हुई तबाही: दो की मौत, आठ लापता
डॉ. मदन कुमार ने बताया कि बुधवार को मध्य रात्रि बादल फटने से तेरंग में दो लोगों की मृत्यु हो गई है, आठ लोग लापता हैं और एक गंभीर रूप से घायल है। आपदा की सूचना मिलते ही रेस्क्यू टीमों को मौके पर भेज दिया गया था। गंभीर रूप से घायल व्यक्ति का इलाज जारी है। प्रारम्भिक सूचना के अनुसार, बादल फटने से तीन घर पानी में बह गए थे, जिससे इतना बड़ा हादसा हुआ।
दुर्गम इलाका और बहाल हुआ सड़क मार्ग
मंडी जिले का तेरंग इलाका काफी दुर्गम है और यहां पहुंचना राहत टीमों के लिए बहुत ही मुश्किल था। सड़कों के क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण लोक निर्माण विभाग के अथक प्रयासों से सड़क को बहाल किया गया, जिससे रेस्क्यू टीमें मौके पर पहुंच पाई और बचाव अभियान शुरू हो पाया।
व्यास नदी का जलस्तर बढ़ने पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर किया गया शिफ्ट
मलाणा में बादल फटने से व्यास नदी का जलस्तर बहुत अधिक बढ़ गया है। इस स्थिति को देखते हुए व्यास नदी के किनारे के निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क किया गया और 45 लोगों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया गया है। उन्हें अस्थायी रूप से गुरुद्वारे में ठहराया गया है।
पधर, बालीचौकी और करसोग में शिक्षण संस्थान बंद
भारी वर्षा के कारण किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पधर, बालीचौकी और करसोग उपमंडलों के सभी सरकारी, गैर-सरकारी शिक्षण संस्थान और आंगनबाड़ी केंद्र 1 अगस्त को बंद रखने के आदेश जारी किए गए हैं।
एनएच किरतपुर-मनाली एकतरफा यातायात के लिए बहाल
किरतपुर-मनाली नेशनल हाईवे बारिश के कारण मंडी से पंडोह के बीच कुछ देर के लिए बंद रहा था, लेकिन अब इसे एकतरफा यातायात के लिए बहाल कर दिया गया है। मंडी से कुल्लू वाया कटौला रोड भी खुला है।
6 जिला मार्ग और 128 ग्रामीण सड़कों पर पड़ा असर
भारी बारिश के कारण 6 मुख्य सड़कें और 128 संपर्क सड़कें बंद हो गई हैं। इन्हें खोलने के प्रयास युद्धस्तर पर जारी हैं और मौसम ठीक रहने पर अधिकांश सड़कों को जल्द ही बहाल कर दिया जाएगा।
राहत कार्यों के लिए वायु सेना का हेलीकॉप्टर तैयार
प्रशासन द्वारा आपदा में राहत कार्यों के लिए वायुसेना को हेलीकॉप्टर तैयार रखने को कहा गया था। तेरंग में हुए हादसे में भी वायु सेना सहायता के लिए तैयार थी, लेकिन खराब मौसम के कारण हेलीकॉप्टर की सेवाएं नहीं ली जा सकीं। राहत टीमों को पैदल ही मौके पर भेजा गया।
इस मुश्किल घड़ी में प्रशासन और राहत टीमों का प्रयास सराहनीय है, जो पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ लोगों की मदद करने में जुटे हुए हैं।