डलहौज़ी हलचल (चंबा): राजस्व, बागवानी और जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी की अध्यक्षता में चंबा जिले में जल विद्युत परियोजनाओं के तहत सीएसआर (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) से संबंधित विकास कार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में चमेरा-1, चमेरा-2, चमेरा-3 और बैरासयूल जल विद्युत परियोजनाओं के महाप्रबंधक और परियोजना प्रबंधकों ने हिस्सा लिया।
सीएसआर कार्यों की गुणवत्ता पर ध्यान
बैठक में सीएसआर के तहत किए जा रहे कार्यों की गुणवत्ता और बजट की समीक्षा की गई। जगत सिंह नेगी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सीएसआर के तहत होने वाले विकास कार्यों को खुद करने की बजाय संबंधित सरकारी विभागों के माध्यम से किया जाए। इसके लिए विभागों में निर्धारित एस्टीमेट के अनुसार धनराशि जमा कर कार्य सुनिश्चित किया जाए, ताकि इन कार्यों की गुणवत्ता और निगरानी सुनिश्चित की जा सके।
स्वास्थ्य और रोजगार पर जोर
नेगी ने अधिकारियों से कहा कि सीएसआर के तहत मल्टी स्पेशलिटी चिकित्सा जांच शिविर जिले के विभिन्न हिस्सों में आयोजित किए जाएं। इसके अलावा, परियोजना प्रभावित परिवारों और उनके आश्रितों को प्राथमिकता देते हुए रोजगार और स्वरोजगार के अवसर प्रदान किए जाएं।
समीक्षा बैठक में शामिल लोग
बैठक में विधायक चंबा नीरज नैयर, उपायुक्त मुकेश रेपसवाल, पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव, एडीएम अमित मेहरा, एसी टू डीसी पीपी सिंह और एनएचपीसी क्षेत्रीय कार्यालय के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर संतोष कुमार सहित अन्य प्रमुख अधिकारी भी उपस्थित थे।
बैठक के दौरान, परियोजना प्रबंधकों ने पिछले सालों में किए गए कार्यों और खर्च की गई धनराशि का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया, जिससे कार्यों की पारदर्शिता और प्रभावशीलता को लेकर महत्वपूर्ण विचार-विमर्श हुआ।