डलहौज़ी हलचल (चंबा) : 30 जुलाई 2024: मिंजर मेले की दूसरी सांस्कृतिक संध्या का आयोजन धूमधाम से किया गया। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। संध्या में शाम करीब साढ़े आठ बजे अपनी धर्मपत्नी नीना पठानिया सहित पहुंचे कुलदीप सिंह पठानिया का स्वागत उपायुक्त एवं अध्यक्ष अंतर्राष्ट्रीय मिंजर मेला कमेटी मुकेश रेपसवाल ने किया। उन्हें शाल व टोपी पहनाकर सम्मानित किया गया, जबकि स्थानीय विधायक नीरज नैयर ने स्मृति चिन्ह भेंट किया।
सम्मान और स्वागत
कुलदीप सिंह पठानिया की धर्मपत्नी नीना पठानिया का स्वागत स्थानीय विधायक की धर्मपत्नी भारती नैयर ने शाल व टोपी पहनाकर किया। कार्यक्रम के दौरान विधायक नीरज नैयर और उनकी पत्नी भारती नैयर को भी उपायुक्त मुकेश रेपसवाल ने शाल व टोपी पहनाकर सम्मानित किया।
सांस्कृतिक संध्या की झलकियाँ
सांस्कृतिक संध्या पंजाबी कलाकार अफसाना खान की धमाकेदार प्रस्तुतियों से सजाई गई। अफसाना खान ने अपने हिट गानों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया और विशेषकर युवाओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। उन्होंने “धोखेबाज” गीत से शुरुआत की और “मेरे रश्के कमर,” “पागल शायर,” “हंजू,” “855,” “बाजार,” “की होया,” “तकदीर,” “जरूरी नहीं,” “जोड़ा चांदी वाला,” “जोड़ा नैना दे ठेके,” “यार मेरा तितलियां वरगा” आदि गाने प्रस्तुत किए।
हिमाचली कलाकारों की प्रस्तुतियाँ
सांस्कृतिक संध्या की शुरुआत हिमाचल की प्रसिद्ध कलाकार पूनम भारद्वाज ने “परदेसिया” गीत से की। इसके बाद उन्होंने चुराही और लाहुली नाटी पर दर्शकों को खूब नचाया। पूनम भारद्वाज ने “पाता पानोरा,” “पारलियां धारा,” “बंजारा” आदि गीत भी गाए।
गगन सिंह ने “देवा श्री गणेशा” से गुरु वंदन किया और फिर “आयां बो ललारिया,” “भेडां तेरियां,” “कुज सेलड़ियां कुज पीलड़ियां,” “धंतारा बजदा,” “चम्बे दे चौगान,” “होटल मेरा,” “चम्बा आर की नदियां पार,” “अज्ज छतराड़ी,” “पांगी पक्की ठांगी” आदि गीत प्रस्तुत किए।
उभरते कलाकारों का प्रदर्शन
चम्बा के उभरते देसी कलाकार राजेंद्र ठाकुर ने “छेल कंगना,” “जानी बिन पिए,” “पटवारी,” “झूठ बोलदा,” “ब्रह्मी,” “बीना,” “रोज-रोज चम्बे जो चलोरी” आदि पहाड़ी नगमे गाकर कार्यक्रम में चार चांद लगाए।
इस प्रकार, मिंजर मेले की दूसरी सांस्कृतिक संध्या में स्थानीय और प्रसिद्ध कलाकारों ने अपने शानदार प्रदर्शन से दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया और मेला स्थल को संगीत और नृत्य से सराबोर कर दिया।