डलहौज़ी हलचल (चंबा) : भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता किशन कपूर रविवार को खनियारा के मांझी मोक्षधाम में पंचतत्व में विलीन हो गए। यह एक बड़े राजनैतिक सूर्य का अस्त होने जैसा है। उन्हें राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। सरकार और मुख्यमंत्री की ओर से कृषि मंत्री चौधरी चंद्र कुमार ने श्रद्धासुमन अर्पित किए।

नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने उनके परिवार को सांत्वना दी और श्रद्धासुमन अर्पित किए। पूर्व मंत्री रमेश धवाला श्रद्धांजलि देते समय भावुक हो गए और कहा कि उन्होंने अपना घनिष्ठ मित्र खो दिया। मांझी मोक्षधाम में उनकी अंत्येष्टि की गई, जहां उनके पुत्र शाश्वत कपूर ने मुखाग्नि दी।

स्वजनों ने नम आँखों से दी अंतिम विदाई
रविवार सुबह दस बजे उनके दाड़नू स्थित आवास से फूलों से सजे खुले वाहन में पार्थिव शरीर को लाया गया। साढ़े दस बजे से दोपहर बारह बजे तक अंतिम दर्शन के लिए पटोला मैदान में रखा गया। भाजपा और कांग्रेस के नेताओं, समाजसेवी संगठनों, बाहर से आए लोगों और स्थानीय जनता ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर उनकी धर्मपत्नी रेखा कपूर, पुत्र शाश्वत कपूर, पुत्री प्रगति कपूर, ताया, चाचा, परिवार के अन्य सदस्य और सगे-संबंधी मौजूद रहे। शाश्वत अपनी बहन प्रगति और मां को संभालते नजर आए। पटोला मैदान में पहुंचे हर व्यक्ति ने नम आंखों से किशन कपूर को अंतिम विदाई दी।

राजनीतिक और सामाजिक हस्तियां हुईं शामिल
सरकार की ओर से पूर्व मंत्री चंद्र कुमार, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल, मुख्य सचेतक और शाहपुर के विधायक केवल सिंह पठानिया, विधायक सुधीर शर्मा, कांग्रेस नेता देवेंद्र जग्गी, विधायक पवन काजल, विधायक डॉ. जनकराज, पूर्व चुनाव आयुक्त केसी शर्मा, हाईकोर्ट के न्यायाधीश रंजन शर्मा और प्रदेश संगठन महामंत्री सिद्धार्थन उपस्थित रहे।
इसके अलावा, विधायक रणवीर निक्का, पूर्व मंत्री रविंद्र रवि, पूर्व मंत्री रमेश धवाला, पूर्व विधानसभा सचेतक विक्रम जरियाल, धर्मशाला नगर निगम की मेयर नीनू शर्मा, तिब्बती समुदाय, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और अन्य संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी श्रद्धासुमन अर्पित किए।

कपूर का जाना अपूर्णीय क्षति: चंद्र कुमार
कृषि मंत्री चंद्र कुमार ने कहा कि किशन कपूर ने जिला कांगड़ा में भाजपा के प्रचार-प्रसार को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई। वह पांच बार विधायक और एक बार सांसद रहे। उन्होंने जनजातीय समुदाय के लिए भी महत्वपूर्ण कार्य किए। उनका निधन प्रदेश के लिए अपूर्णीय क्षति है।
उन्होंने कहा कि भगवान से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति मिले और उनके परिवार को यह अपार क्षति सहने की शक्ति प्रदान करे। सरकार ने उन्हें राजकीय सम्मान दिया है और इस दुख की घड़ी में सरकार उनके परिवार के साथ खड़ी है।

भाजपा के लिए अतुलनीय योगदान: डॉ. बिंदल
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने किशन कपूर के पुत्र शाश्वत कपूर और परिवार के अन्य सदस्यों से मिलकर सांत्वना दी। उन्होंने कहा कि किशन कपूर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में से एक थे और उन्होंने पार्टी के लिए अतुलनीय योगदान दिया।
डॉ. बिंदल ने कहा कि किशन कपूर पांच बार विधायक और तीन बार मंत्री रहे। उन्होंने प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वर्ष उन्नीस सौ अस्सी में पार्टी के गठन से अब तक उन्होंने कई दायित्वों का निष्ठापूर्वक निर्वहन किया। उनके निधन से पार्टी को अपूर्णीय क्षति हुई है और इस दुख की घड़ी में पार्टी शोक संतप्त परिवार के साथ खड़ी है।

राजनीतिक सफर और उपलब्धियां
लंबी बीमारी के चलते शनिवार को पूर्व सांसद किशन कपूर का निधन हो गया। वह चौहत्तर वर्ष के थे। उन्होंने राजनीति में लंबी पारी खेली और हमेशा धर्मशाला के विकास की लड़ाई लड़ी। किशन कपूर ने पहला चुनाव उन्नीस सौ पचासी में लड़ा, लेकिन हार गए। वर्ष उन्नीस सौ नव्वे में पहली बार विधायक बने। वर्ष दो हजार आठ से दो हजार बारह तक प्रेम कुमार धूमल सरकार में परिवहन और जनजातीय मंत्री रहे। वर्ष दो हजार सत्रह से दो हजार उन्नीस तक जयराम सरकार में उद्योग, परिवहन और शहरी विकास मंत्री रहे। दो हजार उन्नीस में कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से सांसद बने।
वर्ष दो हजार उन्नीस के लोकसभा चुनाव में उन्होंने चार लाख सतत्तर हजार मतों के अंतर से जीत हासिल की, जो देश में बहत्तर दशमलव दो प्रतिशत के साथ दूसरा सबसे बड़ा मतदान प्रतिशत था। किशन कपूर सिर्फ राजनीतिज्ञ नहीं, बल्कि भाजपा के वरिष्ठ सदस्य और कांगड़ा संसदीय क्षेत्र में एक मजबूत जननेता थे।