डलहौज़ी हलहल (मंडी) 12 जुलाई – पहाड़ी गांधी बाबा कांशीराम की जयंती के अवसर पर मंडी के भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। संस्कृति सदन में आयोजित इस कार्यक्रम में यूनाइटेड थिएटर सोसाइटी एंड आर्ट विलेज संस्था द्वारा एक मार्मिक नाटक प्रस्तुत किया गया।
नाटक की विशेषताएं
इस नाटक में बाबा कांशीराम के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान और उनके जीवन के संघर्षों को प्रभावी ढंग से दर्शाया गया। बाबा कांशीराम, जिन्हें पहाड़ी गांधी के नाम से जाना जाता है, ने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ लोहा लिया और स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस नाटक की प्रस्तुति ने दर्शकों की आंखों में आंसू ला दिए और उनके जीवन की कठिनाइयों को जीवंत कर दिया।
प्रमुख अतिथियों की प्रतिक्रिया
भाषा एवं संस्कृति विभाग के निदेशक, पंकज ललित, ने नाटक के प्रदर्शन की सराहना की और इसे अत्यंत प्रभावशाली बताया। उन्होंने नाटक की निर्देशिका दक्षा शर्मा को उनके उत्कृष्ट निर्देशन के लिए सम्मानित किया। जिला भाषा अधिकारी प्रोमिला गुलेरिया ने भी नाटक की प्रशंसा की और कहा कि इस प्रस्तुति को स्कूल के बच्चों को भी दिखाया जाएगा ताकि वे बाबा कांशीराम के जीवन से प्रेरणा ले सकें।
बाबा कांशीराम का जीवन और संघर्ष
बाबा कांशीराम ने अपने जीवन में 11 बार जेल यात्रा की और जेल में भी लेखन कार्य जारी रखा। अपनी पहाड़ी कविताओं और गानों के माध्यम से उन्होंने राष्ट्रीय चेतना का प्रचार-प्रसार किया। नाटक की निर्देशिका दक्षा शर्मा ने कार्यक्रम के अंत में सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया और बाबा कांशीराम के जीवन के अनसुने पहलुओं पर प्रकाश डाला।
साहित्यकारों की सराहना
इस कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश के कई प्रतिष्ठित साहित्यकारों ने भाग लिया और नाट्य प्रस्तुति की भूरि-भूरि प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम युवाओं में देशभक्ति और राष्ट्रीय चेतना को बढ़ावा देने में सहायक होते हैं।