डलहौज़ी हलचल (शिमला) : कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर हिमाचल प्रदेश के ऐतिहासिक गेयटी थियेटर में एक राज्य स्तरीय सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस विशेष आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, तथा सैनिक कल्याण मंत्री कर्नल डॉ. धनी राम शांडिल उपस्थित थे। उन्होंने कारगिल युद्ध में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की और वीर नारियों तथा युद्ध में भाग ले चुके पूर्व सैनिकों को सम्मानित किया।

शहीदों की वीरता का सम्मान
मुख्यातिथि कर्नल डॉ. धनी राम शांडिल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश वीरभूमि के रूप में जाना जाता है और इसका श्रेय यहाँ के वीर सपूतों को जाता है। उन्होंने कहा कि कारगिल युद्ध के दौरान हिमाचल प्रदेश के 52 वीरों ने अपने प्राणों की आहुति दी, जो प्रदेश और देश के लिए गर्व की बात है। शांडिल ने सैनिकों के अदम्य साहस और बलिदान को नमन करते हुए कहा कि इस युद्ध में भारत ने विजय प्राप्त कर अपनी सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की थी।

पूर्व सैनिकों का कल्याण और योजनाएं
शांडिल ने पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने शहीदों के आश्रितों को दी जाने वाली अनुग्रह राशि में बढ़ोतरी की है, जिसमें युद्ध या ऑपरेशन के दौरान शहीद हुए सैनिकों के परिवारों को 30 लाख रुपये तक की सहायता दी जा रही है। इसके अतिरिक्त, गैर-पेंशनर पूर्व सैनिकों और उनकी विधवाओं के लिए आर्थिक सहायता में भी सुधार किया गया है। हिमाचल पर्यटन निगम के होटलों में ठहरने और भोजन पर पूर्व सैनिकों को छूट की सुविधा भी प्रदान की जाती है।

सम्मानित किए गए वीर नारियां और पूर्व सैनिक
इस समारोह में कारगिल युद्ध में शहीद हुए सैनिकों की विधवाओं और युद्ध का हिस्सा रहे पूर्व सैनिकों को सम्मानित किया गया। ग्रेनेडियर नरेश कुमार, राइफलमैन कुलभूषण मांटा, और लांस नाइक किशोरी लाल की धर्म पत्नियों को मुख्य अतिथि द्वारा सम्मानित किया गया। इसके साथ ही, कारगिल युद्ध में हिस्सा लेने वाले सुबेदार रतन सिसोदिया, सूबेदार मेजर दिवाकर दत्त शर्मा, और अन्य पूर्व सैनिकों को भी सम्मानित किया गया।
नाटक ‘आमा’ ने बटोरी तालियां
कार्यक्रम के दौरान ‘द बिगनर्स ग्रुप’ द्वारा प्रस्तुत नाटक ‘आमा’ ने सभी दर्शकों का दिल जीत लिया। यह नाटक कारगिल युद्ध में एक सैनिक के बलिदान और उसके परिवार, विशेषकर उसकी माँ और बहन, के संघर्ष पर आधारित था। नाटक के भावनात्मक प्रदर्शन ने दर्शकों की आंखों में आंसू ला दिए और सभी ने कलाकारों को खड़े होकर तालियों की गड़गड़ाहट से सराहा।

उपस्थित गणमान्य
इस कार्यक्रम में शिमला जिले के विभिन्न गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे, जिनमें स्थानीय विधायक हरीश जर्नाथा, पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी, अतिरिक्त उपायुक्त अभिषेक वर्मा, नगर निगम आयुक्त भूपेंद्र अत्री, अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी (कानून एवं व्यवस्था) अजीत भारद्वाज, उपमंडल दण्डाधिकारी शिमला ग्रामीण कविता ठाकुर, उपमंडल दण्डाधिकारी शहरी भानु गुप्ता, सहायक आयुक्त गोपाल चंद शर्मा, आर्मी और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी, और शहीद परिवारों के सदस्य शामिल थे।