डलहौज़ी हलचल (शिमला) 25 जुलाई: हिमाचल प्रदेश में पहली बार 9वीं से 12वीं कक्षा के छात्रों को प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण देने की योजना बनाई गई है। स्वास्थ्य मंत्री एवं राज्य रेडक्रॉस समिति के अध्यक्ष डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल की अध्यक्षता में आज हिमाचल प्रदेश राज्य रेडक्रॉस प्रबंध समिति की बैठक आयोजित की गई, जिसमें इस महत्वपूर्ण पहल की घोषणा की गई।
प्राथमिक उपचार प्रशिक्षण की योजना
डॉ. शांडिल ने बताया कि इस पहल के तहत प्रदेशभर के स्कूली छात्रों को रेडक्रॉस की गतिविधियों में शामिल किया जाएगा। छात्रों को जूनियर रेडक्रॉस के तहत प्राथमिक उपचार की विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके लिए विभिन्न जिलों में प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जाएंगे, और प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले छात्रों को प्रमाण-पत्र भी प्रदान किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त, कॉलेज और विश्वविद्यालय के छात्रों को यूथ रेडक्रॉस के माध्यम से इस अभियान से जोड़ा जाएगा।
पौधरोपण और पर्यावरण संरक्षण
बैठक में स्वास्थ्य मंत्री ने रेडक्रॉस के माध्यम से प्रदेशभर में पौधरोपण अभियान को भी बढ़ावा देने की बात की। उन्होंने स्वयंसेवकों से पौधरोपण स्थलों की नियमित देखभाल सुनिश्चित करने की अपील की। डॉ. शांडिल ने कहा कि पर्यावरण की देखभाल और पौधरोपण भविष्य की पीढ़ियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
रेडक्रॉस की नई पहल और परियोजनाएँ
डॉ. शांडिल ने जानकारी दी कि राज्य रेडक्रॉस ने पीजीआई सेटेलाइट केंद्र, ऊना के नजदीक सराय भवन के निर्माण के लिए 50 लाख रुपये प्रदान किए हैं। इसके अलावा, जिला कांगड़ा के टांडा में डॉ. राजेंद्र प्रसाद राजकीय आयुर्विज्ञान महाविद्यालय के पास भी रेडक्रॉस द्वारा सराय भवन का निर्माण किया गया है।
रेडक्रॉस की गतिविधियाँ और कार्य
स्वास्थ्य मंत्री ने रेडक्रॉस द्वारा वर्षभर प्रदेश में आयोजित की जाने वाली विभिन्न गतिविधियों की सराहना की। इनमें स्वास्थ्य जांच शिविर, नशा निवारण शिविर, प्राथमिक उपचार शिविर, रक्तदान शिविर, रेडक्रॉस मेले, पौधरोपण अभियान, स्वच्छता अभियान और राहत कार्य शामिल हैं। रेडक्रॉस द्वारा व्हील चेयर, कृत्रिम अंग और एम्बुलेंस सेवाएं भी प्रदान की जाती हैं।
वित्तीय और प्रशासनिक मुद्दे
बैठक में वित्तीय वर्ष 2024-25 के अनुमानित बजट और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा की गई। बैठक में राज्यपाल के सचिव और राज्य रेडक्रॉस समिति के महासचिव राजेश शर्मा, उपायुक्त सिरमौर सुमित खिमटा, निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. गोपाल बेरी और अन्य जिला रेडक्रॉस समितियों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।