डलहौज़ी हलचल (चंबा) भूषण गुरंग : 41 वर्षों, 8 महीनों और 6 दिनों तक शिक्षा विभाग में समर्पित सेवा देने के बाद सुशील कुमार भारद्वाज आज अधीक्षक श्रेणी-1, उप-निदेशक प्रारंभिक शिक्षा विभाग, चंबा के पद से सेवानिवृत्त हो गए। सुशील कुमार भारद्वाज ने 24 जून 1983 को शिक्षा निदेशालय, शिमला में क्लर्क के रूप में अपनी सेवाओं की शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने विभिन्न जिलों में विभिन्न पदों पर कार्य करते हुए वर्ष 2020 में अधीक्षक का पदभार संभाला और अंततः 28 फरवरी 2025 को सेवा से विदाई ली।
सरल स्वभाव और ईमानदारी से बनाई अलग पहचान
अपने सरल स्वभाव, मेहनत और ईमानदारी के लिए पहचाने जाने वाले सुशील कुमार भारद्वाज ने अपने लंबे कार्यकाल में कई चुनौतियों का सामना किया, लेकिन अपनी साफ छवि और कर्तव्यनिष्ठा के कारण शिक्षा विभाग में एक प्रेरणास्त्रोत बने रहे। उनके सहयोगियों और जूनियर्स ने उन्हें एक आदर्श अधिकारी बताया, जिनसे उन्होंने ईमानदारी, समर्पण और अनुशासन सीखा।
सहयोगियों ने दी भावभीनी विदाई
उनकी सेवानिवृत्ति पर सहयोगियों ने भावुक होकर विदाई दी और उनके योगदान को याद किया। कुछ ने कहा—
“अगर हम आप जैसे अधिकारी का आधा भी बन पाएं, तो यह हमारे लिए गर्व की बात होगी।”
“आप न केवल हमारे लिए एक अधिकारी थे, बल्कि एक मार्गदर्शक और मित्र भी थे।”
“आपका ज्ञान और अनुभव हमेशा याद रहेगा, आपकी कमी हमें खलेगी।”

विदाई समारोह में भावुक हुए सुशील कुमार भारद्वाज
सुशील कुमार भारद्वाज ने भी भावुक होते हुए सभी का आभार व्यक्त किया और कहा—
“मेरे इस लंबे सेवाकाल की सफलता केवल मेरी नहीं, बल्कि मेरे सभी सहयोगियों की मेहनत और समर्थन का परिणाम है। नौकरी से भले ही विदाई ले रहा हूं, लेकिन यदि भविष्य में मेरा अनुभव किसी के काम आ सके, तो मैं सदैव तत्पर रहूंगा।”
नए सफर के लिए शुभकामनाएं
उनकी सेवानिवृत्ति पर सभी ने उनके उज्ज्वल भविष्य, अच्छे स्वास्थ्य और सुखमय जीवन की कामना की। कार्यालय में उनकी प्रतिभा, नेतृत्व और मार्गदर्शन को हमेशा याद किया जाएगा।