राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर शिमला में राज्यस्तरीय समारोह
डलहौज़ी हलचल (शिमला ) – उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर आज यहां आयोजित राज्यस्तरीय समारोह के दौरान कहा कि तकनीक ने पत्रकारिता का स्वरूप पूरी तरह से बदल दिया है। उन्होंने कहा कि इस बदलाव के बावजूद पत्रकारिता के मूल्यों को बचाए रखना मीडिया कर्मियों की जिम्मेदारी है।
मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार नरेश चौहान, सचिव सूचना एवं जन संपर्क राकेश कंवर सहित विभिन्न मीडिया संस्थानों के प्रतिनिधि और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग के विद्यार्थी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
सोशल मीडिया और तकनीक के प्रभाव से पत्रकारिता पर बदलाव
उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि सोशल मीडिया और इंटरनेट के कारण पत्रकारिता के सामने नई चुनौतियां आई हैं। “आजकल पत्रकारिता में तकनीकी बदलाव के साथ साथ सटीक जानकारी प्राप्त करना और उसे समाज तक सही तरीके से पहुंचाना जरूरी हो गया है,” उन्होंने कहा। इंटरनेट और कृत्रिम मेधा (AI) ने समाचारों के प्रसार को त्वरित बना दिया है, लेकिन इसके साथ ही विश्वसनीयता पर सवाल भी खड़े होते हैं।
उप-मुख्यमंत्री ने मीडिया कर्मियों से अपील करते हुए कहा “जहां एक ओर तकनीक ने सूचना के प्रसार को आसान किया है, वहीं दूसरी ओर यह चुनौती भी पेश करता है कि हम किस तरह सही और तथ्यात्मक जानकारी समाज तक पहुंचाएं,” ।
पत्रकारिता के नैतिक मूल्यों पर जोर
अग्निहोत्री ने पत्रकारिता के नैतिक मूल्यों को मजबूत बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “यह मीडिया कर्मियों का नैतिक दायित्व है कि वे समाज को सही, विश्वसनीय और तथ्यात्मक सूचना प्रदान करें।” सोशल मीडिया के दौर में इस दायित्व को निभाना और भी महत्वपूर्ण हो गया है।
उन्होंने मीडिया कर्मियों से आग्रह किया कि वे पत्रकारिता के पारंपरिक मूल्यों को ध्यान में रखते हुए समाचारों के सभी पहलुओं को समाज तक पहुंचाने में अपनी भूमिका निभाएं।
दिवंगत पत्रकारों को श्रद्धांजलि
इस अवसर पर उन्होंने दिवंगत पत्रकारों गौरव बिष्ट, आनंद बौद्ध, और विपिन काला के आकस्मिक निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने पत्रकारिता के क्षेत्र में उनके योगदान को याद किया और उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा “मैंने अपनी पत्रकारिता यात्रा में इन महान पत्रकारों से बहुत कुछ सीखा है, और उनका योगदान हमेशा याद रहेगा,” ।
हिमाचल विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग के अध्यक्ष का भाषण
कार्यक्रम में हि.प्र. विश्वविद्यालय शिमला के पत्रकारिता विभाग के अध्यक्ष प्रो. शशि कांत शर्मा ने प्रेस के बदलते स्वरूप पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि इंटरनेट और AI के माध्यम से इस क्षेत्र में व्यापक बदलाव आया है। “आज हर व्यक्ति के पास सूचना के माध्यम उपलब्ध हैं और यही बदलाव पत्रकारिता को एक नई दिशा दे रहा है,” ।
ऑनलाइन मीडिया पर चर्चा
आउटलुक के ब्यूरो चीफ अश्वनी शर्मा ने कहा कि आभासी दुनिया के कारण पत्रकारिता की प्रकृति में अमूल-चूल परिवर्तन देखने को मिला है। “हम सभी का दायित्व है कि इस युग में भी सटीक सूचना को तकनीक के माध्यम से लोगों तक पहुंचाएं,” उन्होंने कहा।
हिमाचल दस्तक समाचार पत्र के संपादक हेमंत कुमार ने चिंता व्यक्त की कि इस तकनीकी दौर में सूचना को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है, जिससे विश्वसनीयता पर सवाल उठते हैं। “हमें प्रेस के मूल स्वरूप को बनाए रखते हुए तकनीक का सही तरीके से उपयोग करना चाहिए,”।
इंडिया टुडे के संपादक मनजीत सहगल ने आंकड़े पेश करते हुए बताया कि इंटरनेट के माध्यम से समाचार और जानकारी प्राप्त करने वाले लोगों की संख्या लगभग 70 फीसदी हो चुकी है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि तथ्यों को जांचने के लिए कोई पुख्ता तंत्र उपलब्ध नहीं है, ऐसे में मीडिया कर्मियों का दायित्व है कि वे पत्रकारिता के मूल्यों को बनाए रखते हुए जानकारी का संप्रेषण करें।
राज्य प्रेस दिवस समारोह में मुख्य अतिथि का संबोधन
कार्यक्रम के दौरान निदेशक सूचना एवं जन संपर्क राजीव कुमार ने अतिथियों का स्वागत करते हुए मीडिया कर्मियों की सराहना की और उन्हें प्रेस दिवस की शुभकामनाएं दीं।
इस मौके पर मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार (मीडिया) नरेश चौहान, सचिव सूचना एवं जन संपर्क राकेश कंवर और अन्य प्रमुख मीडिया प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।