डलहौज़ी हलचल (ऊना) : राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने रविवार सायं ऊना जिले के हरोली में राज्य स्तरीय हरोली उत्सव का भव्य शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री भी विशेष रूप से मौजूद रहे। राज्यपाल ने माता श्री चिंतपूर्णी मंदिर ट्रस्ट द्वारा स्थापित पवित्र ज्योति की पूजा-अर्चना कर समारोह की औपचारिक शुरुआत की।
हरोली उत्सव: संस्कृति, एकता और लोक परंपराओं का जीवंत उदाहरण
राज्यपाल ने उपस्थित जनसमूह को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हरोली उत्सव हिमाचल प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, लोक परंपराओं और सामाजिक एकता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों से हमारी लोक संस्कृति को संरक्षित करने और नई पीढ़ी तक पहुँचाने में मदद मिलती है।
‘नशा मुक्त ऊना-नशा मुक्त हिमाचल’ थीम की सराहना
राज्यपाल ने इस वर्ष के हरोली उत्सव की थीम ‘नशा निवारण‘ की सराहना करते हुए कहा कि यह केवल एक नारा नहीं, बल्कि हिमाचल के युवाओं के बेहतर भविष्य के लिए एक प्रतिबद्धता है। उन्होंने युवाओं से शिक्षा, खेलकूद और सांस्कृतिक गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी करने और नशे से दूर रहने का आह्वान किया।
आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का आह्वान
पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा निर्दोष नागरिकों की हत्या पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए राज्यपाल ने कहा कि आतंकवाद मानवता का सबसे बड़ा शत्रु है और इसके खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई लड़नी होगी। उन्होंने हिमाचल प्रदेश के विकास के लिए केंद्र सरकार से निरंतर सहयोग का आश्वासन भी दिया। राज्यपाल ने विभिन्न विभागों की प्रदर्शनियों का उद्घाटन किया और ऊना पुलिस द्वारा आयोजित खेल प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित भी किया। इसके अलावा, समारोह के दौरान स्मृति स्मारिका का भी विमोचन किया गया।
उप-मुख्यमंत्री ने विकास कार्यों पर डाला प्रकाश
उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने राज्यपाल का स्वागत करते हुए हरोली क्षेत्र में किए जा रहे विकास कार्यों और नशा मुक्त समाज के निर्माण की दिशा में किए जा रहे प्रयासों पर प्रकाश डाला।
उत्सव में प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति
इस भव्य आयोजन में विधायक सुदर्शन बबलू, उपायुक्त एवं आयोजन समिति के अध्यक्ष जतिन लाल, राज्यपाल के सचिव सी.पी. वर्मा, पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह समेत अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे।