डलहौज़ी हलचल (गरली) : राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला, गरली में आयोजित जिला स्तरीय दो दिवसीय बाल मेले का शुभारंभ करते हुए विधायक कमलेश ठाकुर ने कहा कि बच्चों का समग्र विकास शिक्षकों और अभिभावकों की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं, और आने वाले समय में यही बच्चे डॉक्टर, इंजीनियर, अधिकारी और शिक्षक बनेंगे। उन्होंने बच्चों को अनुशासन का पालन करने और नशे से दूर रहने की सलाह दी।
बाल मेले में 23 ब्लॉक से 1250 विद्यार्थियों ने लिया हिस्सा
इस बाल मेले में 23 ब्लॉक से 1250 विद्यार्थियों ने भाग लिया। पहली से तीसरी कक्षा के बच्चों के लिए फैंसी ड्रेस, ड्राइंग और पेंटिंग प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं, जबकि चौथी और पांचवी कक्षा के लिए स्किट और सोलो डांस प्रतियोगिताएं रखी गईं। छठी से आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए साइंस प्रोजेक्ट और क्विज प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। जिला समन्वयक बाल मेला, डॉ. जोगिंदर शर्मा ने बताया कि बाल मेले का आयोजन तीन स्तरों—क्लस्टर, ब्लॉक और जिला स्तर—पर किया जाता है, जिनमें से क्लस्टर और ब्लॉक स्तर के कार्यक्रम पहले ही संपन्न हो चुके हैं।
गरली स्कूल के 100 वर्षों का गौरव
गरली स्कूल के ऐतिहासिक महत्व को रेखांकित करते हुए विधायक ने बताया कि इस स्कूल की स्थापना 1918 में हुई थी और यह विद्यालय अपने 100 वर्ष पूरे कर चुका है। उन्होंने कहा कि इस बाल मेले का आयोजन स्कूल के लिए गौरवपूर्ण अवसर है। कार्यक्रम के दौरान गरली स्कूल की वार्षिक पत्रिका का विमोचन भी किया गया।

शिक्षा और स्वास्थ्य पर जोर
विधायक कमलेश ठाकुर ने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य राज्य सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यदि स्वास्थ्य अच्छा नहीं होगा, तो पढ़ाई पर इसका असर पड़ेगा। उन्होंने बच्चों के समग्र विकास के लिए इन दोनों क्षेत्रों को मजबूत करने पर बल दिया।
बाल मेले में प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति
इस अवसर पर पूर्व कर्मचारी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह मनकोटिया, उपनिदेशक (गुणवत्ता) एवं जिला परियोजना अधिकारी कंचन ज्योति, उपनिदेशक एलिमेंट्री एजुकेशन अजय संभायल, डीएसपी ज्वालामुखी आर.पी. जसवाल, अधिशाषी अभियंता जल शक्ति विभाग प्रागपुर यशपाल शर्मा और बीडीओ प्रागपुर वीरेंद्र कुमार समेत अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
बच्चों को मिला कौशल दिखाने का मंच
बाल मेले ने बच्चों को अपने कौशल और रचनात्मकता दिखाने का एक बेहतरीन अवसर प्रदान किया। बच्चों ने इसे बेहद प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने में मदद करते हैं।