डलहौज़ी हलचल (चंबा) : मणिमहेश यात्रा के दौरान लापता हुए उपायुक्त किन्नौर अमित कुमार शर्मा के पिता भानी दास शर्मा का एक सप्ताह बाद भी कोई सुराग नहीं मिल पाया है। 67 वर्षीय भानी दास शर्मा, जो अल्जाइमर जैसी भूलने की बीमारी से पीड़ित हैं, दस सितंबर को अपने साथियों से बिछड़ गए थे। उन्हें आखिरी बार 11 सितंबर को सुंदरासी में देखा गया था। उनकी खोज में प्रशासन और पुलिस की टीमें लगातार प्रयासरत हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पाई है।
लंगर समिति के पास मिला बैग
भानी दास शर्मा का बैग अमृतसर से बरामद हुआ है, जिसमें उनका मोबाइल फोन भी मिला। यह बैग एक लंगर समिति के सदस्य के पास था, जो गलती से उसे अपने साथ ले गया था। इसके बावजूद भानी दास शर्मा का कोई भी सुराग नहीं मिल सका है। चंबा और भरमौर प्रशासन ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए सीसीटीवी फुटेज खंगाले हैं, लेकिन कोई महत्वपूर्ण जानकारी नहीं मिल पाई है।
चंबा प्रशासन ने यात्रा के दौरान चुवाड़ी से हड़सर तक श्रद्धालुओं के पंजीकरण के लिए कई नाके लगाए थे। हालांकि, यह खुलासा हुआ है कि यात्रा से लौटने वाले श्रद्धालुओं का पंजीकरण नहीं किया जा रहा था। इस चूक के कारण, लापता व्यक्ति या अन्य संदिग्ध गतिविधियों का पता लगाना मुश्किल हो गया है।
तलाश के लिए इनाम की घोषणा
उपायुक्त अमित कुमार शर्मा ने अपने पिता का सुराग देने वाले को परिवार की ओर से अढ़ाई लाख रुपए का इनाम देने की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि उनके पिता की तलाश के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन अब तक कोई सफलता हाथ नहीं लगी है।
प्रशासन की पूरी ताकत लगी
चंबा प्रशासन ने लापता बुजुर्ग को खोजने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। पुलिस, स्थानीय प्रशासन और मणिमहेश यात्रा से जुड़े लोग मिलकर इस घटना की जांच में लगे हुए हैं, लेकिन समय बीतने के साथ चुनौती और बड़ी होती जा रही है।