रात 2 बजे अचानक फटा बादल, गांव चेली में मची अफरा-तफरी
डलहौजी हलचल | चंबा (भूषण गुरंग)
शुक्रवार देर रात गांव चेली में अचानक बादल फटने से भारी तबाही मच गई। रात करीब 2:00 से 2:30 बजे के बीच तेज बारिश और नाले में बढ़े जलस्तर के कारण 65 वर्षीय अमर सिंह की पानी में बह जाने से दर्दनाक मौत हो गई, जबकि 100 से 150 के बीच भेड़-बकरियां भी तेज बहाव में बह गईं।
भेड़-बकरियों को बचाते हुए खुद बह गए अमर सिंह
प्रत्यक्षदर्शी कुलदीप सिंह ने बताया कि जैसे ही नाले में अचानक पानी का तेज बहाव आया, भेड़-बकरियां तिनकों की तरह बहने लगीं।
अमर सिंह ने उन्हें बचाने की कोशिश की लेकिन बहाव अधिक होने के कारण खुद भी पानी में बह गए। उन्होंने कुलदीप को मदद के लिए आवाज लगाई, लेकिन अंधेरे और तेज बारिश के कारण कोई मदद नहीं मिल सकी।
टॉर्च की रौशनी बनी आखिरी निशानी
अमर सिंह के हाथ में जो टॉर्च थी, उसकी रौशनी थोड़ी दूर तक पानी में तैरती दिखाई दी, लेकिन उसके बाद वह भी गायब हो गई।
कुलदीप सिंह ने रात को ही गांववालों और परिजनों को फोन कर सूचना दी, जिसके बाद गांव बालोह और चेली के ग्रामीण तुरंत खोज में जुटे, लेकिन अंधेरा बाधा बना।
सुबह मिला शव, दूर-दूर तक बह गईं बकरियां
सुबह जब ग्रामीणों ने खोज जारी रखी, तो अमर सिंह का शव नाले में एक पत्थर के साथ फंसा मिला, जबकि भेड़-बकरियां कई किलोमीटर दूर तक बहती हुई मिलीं।
घटना की सूचना पंचायत प्रधान राजमल ने रेवेन्यू और पुलिस विभाग को दी।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा
SHO रमन चौधरी ने मामले की पुष्टि की है। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया।
कई पशुपालकों को हुआ भारी नुकसान
तेज बहाव में बहने वाली बकरियों में:
- कुलदीप पुत्र नरोत्तम, गांव बलोह की 50-60 बकरियां
- तरवीज पुत्र खेलो राम, गांव बलोह की 50-60 बकरियां
- अमर सिंह की कई बकरियां
सहित कई अन्य ग्रामीणों की बकरियां भी शामिल हैं।
राजस्व विभाग ने दी फौरी राहत
राजस्व विभाग द्वारा अमर सिंह के परिजनों को ₹25,000 की फौरी राहत प्रदान की गई है। ग्रामीणों ने प्रशासन से पशुधन के नुकसान का उचित मुआवजा देने की भी मांग की है।