सरकारी संरक्षण में माफिया फल-फूल रहे, प्रशासन मूकदर्शक – भाजपा प्रदेश अध्यक्ष
डलहौज़ी हलचल (सोलन/नालागढ़) भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश में वन, खैर, चिट्टा और स्क्रैप माफिया खुलेआम सक्रिय हैं और यह सब सरकारी संरक्षण में संचालित हो रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में “खैर काटो, जंगल काटो अभियान” चलाया जा रहा है और सवाल उठाया कि आखिर इन माफियाओं को संरक्षण देने वाले कौन हैं?
वन माफिया बेलगाम, खनन माफिया बेखौफ
डॉ. बिंदल ने हाल ही में जिला चंबा में हुई एक दर्दनाक घटना का जिक्र किया, जिसमें वन माफिया ने एक वन कर्मचारी को गाड़ी से बांधकर एक किलोमीटर तक घसीटा और कश्मल से भरा वाहन तेजी से दौड़ाकर ले गए। उन्होंने कहा कि यह घटना पूरे प्रदेश को हिला देने वाली है और प्रशासन की नाकामी को दर्शाती है।
खनन माफिया की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि ड्रोन कैमरों से ली गई तस्वीरों में एक ही खड़ में 100 टीपर, जेसीबी और पोकलेन मशीनों से बड़े पैमाने पर अवैध खनन होते देखा गया है। मंडी जिले की घटना का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि यहां एसडीएम को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया, जिससे उनकी हड्डियां तक टूट गईं।

शिकायत करने वाले पर ही हो रही कार्रवाई
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में स्थिति अत्यंत चिंताजनक हो गई है। यदि कोई व्यक्ति माफिया के खिलाफ शिकायत करता है, तो कार्रवाई माफिया पर नहीं, बल्कि शिकायतकर्ता पर शुरू कर दी जाती है। ईमानदार पुलिसकर्मियों के तबादले कर दिए जाते हैं या फिर उनके खिलाफ ही कार्रवाई कर दी जाती है।
उन्होंने नालागढ़ की एक गंभीर घटना का जिक्र करते हुए कहा कि यहां एक गर्भवती महिला को जबरन धमकाकर उसका बच्चा गिरवा दिया गया। शिकायत दर्ज कराने के बावजूद आरोपित सरकारी संरक्षण में खुलेआम घूम रहा है।
सरकार को जनता की चिंता करनी चाहिए, न कि भाजपा की – बिंदल
डॉ. बिंदल ने प्रदेश सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि “सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार अपने लिए तो ‘सुक्खू’ है, लेकिन जनता के लिए ‘दुःखू’ साबित हो रही है।” उन्होंने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें जनता की चिंता करनी चाहिए, न कि भाजपा की।
उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता राहुल गांधी के हालिया बयान का हवाला देते हुए कहा कि राहुल गांधी ने खुद कहा है कि कांग्रेस में जो लोग भाजपा से मिले हुए हैं, उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा, और इसमें हिमाचल प्रदेश का भी जिक्र किया गया है। उन्होंने मुख्यमंत्री को सलाह दी कि उन्हें भाजपा की चिंता छोड़कर अपनी पार्टी में मची उथल-पुथल पर ध्यान देना चाहिए और अपना घर ठीक करना चाहिए।
प्रदेश में माफिया राज को लेकर बढ़ते सवालों के बीच देखना होगा कि सरकार इस पर क्या कदम उठाती है, या फिर जनता को इसी हाल में छोड़ दिया जाएगा।