डलहौजी हलचल (डलहौजी): बीते 27 सितंबर से लापता ओसल पंचायत के निवासी अजय वर्मा का शव वीरवार को चमेरा झील से बरामद हुआ। स्थानीय पुलिस और लोगों की सहायता से अजय के शव को झील से निकाला गया, जिसके बाद शव को सिविल अस्पताल डलहौजी में पोस्टमार्टम के बाद परिवार को सौंप दिया गया। अजय की मौत से उनके परिवार और गांव में गहरा शोक फैल गया है।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
अजय वर्मा अपने पीछे माता-पिता, पत्नी, एक बेटा और एक बेटी वाला भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं। उनकी अचानक मृत्यु से पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है, और अब उनके बुजुर्ग पिता के कंधों पर परिवार के भरन-पोषण की जिम्मेदारी आ गई है। अजय की गुमशुदगी के बाद से परिवार लगातार उनके सही सलामत लौटने की दुआएं कर रहा था, लेकिन उनकी मौत की खबर ने परिवार को गहरा सदमा पहुंचाया है।
झील में शव की बरामदगी
अजय के लापता होने के बाद से ही 28 सितंबर से तलेरू इलाके में उनकी खोजबीन की जा रही थी, लेकिन कोई सुराग नहीं मिल पाया था। वीरवार को लोगों ने चमेरा झील में एक शव तैरता हुआ देखा, जिसे बाहर निकालने पर पहचान अजय वर्मा के रूप में हुई। इस खबर के बाद अजय के परिवार में मातम छा गया, और गांववाले उनके घर पर इकट्ठा होने लगे।
स्थानीय नेताओं ने जताया शोक
अजय वर्मा की दुखद मौत पर पूर्व शिक्षा मंत्री आशा कुमारी और विधायक डीएस ठाकुर ने गहरा शोक व्यक्त किया है। उनका परिवार और पूरा गांव इस दुखद घटना से शोकाकुल है।