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मुख्यमंत्री ने बरसात में आई आपदा के दौरान राहत एवं बचाव अभियान में अमूल्य योगदान के लिए एसडीआरएफ की सराहना की

Dalhousie Hulchul
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डलहौज़ी हलचल (शिमला) : मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज यहां पुलिस मुख्यालय में आयोजित हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के कार्यक्रम की अध्यक्षता की।

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य आपदा मोचन बल को और सुदृढ़ एवं सशक्त करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। इस बल को आधुनिक तकनीक एवं उपकरणों से सुसज्जित करने के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। प्रदेश सरकार ने राज्य आपदा मोचन बल को आधुनिक उपकरणों की खरीद के लिए लगभग 12 करोड़ 65 लाख 45 हजार रुपये की राशि जारी की है। उन्होंने कहा कि हिमाचल आपदा संभावित क्षेत्रों में शामिल है और इस तरह के कदम आपदा के समय राहत एवं बचाव कार्यों में और तेजी लाने में सहायक होंगे।

उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में एसडीआरएफ की तीन कम्पनी तैनात हैं। इस बल के जवानों को प्रशिक्षित करने एवं उनके क्षमता निर्माण के लिए भी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि एसडीआरएफ को अत्याधुनिक बनाने में धन की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि हाल ही में आई आपदा से निपटने के लिए प्रदेश सरकार ने गत तीन माह में लगभग 750 करोड़ रुपये की राशि जारी की है।

एसडीआरएफ

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में हाल ही में बरसात के दौरान आई आपदा में एसडीआरएफ ने बेहतरीन कार्य करते हुए बहुमूल्य मानव जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित की है। राजधानी शिमला के फागली तथा समरहिल में इस बल के सदस्यों ने फंसे हुए लोगों को निकालने में अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके अतिरिक्त मण्डी जिला के सराज विधानसभा क्षेत्र के कुकलाह, पंडोह तथा हणोगी इत्यादि विभिन्न क्षेत्रों में फंसे लोगों को निकालने में एसडीआरएफ जवानों के प्रयास अनुकरणीय रहे हैं।

उन्होंने कहा कि एसडीआरएफ ने सेना और एनडीआरएफ के साथ मिलकर विभिन्न बचाव अभियानों को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है। इसके लिए सभी जवान बधाई के पात्र हैं।

इस अवसर पर प्रधान सचिव राजस्व ओंकार चन्द शर्मा ने कहा कि प्रदेश में संभवतया आज तक की सबसे बड़ी त्रासदी से निपटने में मुख्यमंत्री ने आगे बढ़कर नेतृत्व किया। उनके दिशा-निर्देशन में पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ सहित स्थानीय लोगों ने भी राहत एवं बचाव कार्यों में अपना बहुमूल्य योगदान दिया।

इससे पहले पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और एसडीआरएफ को उपकरणों की खरीद के लिए समुचित राशि प्रदान करने पर उनका व प्रदेश सरकार का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में इस बार की आपदा से निपटने में प्रदेश सरकार और यहां के लोगों ने साहस एवं संवेदनशीलता का परिचय दिया है। हिमाचल ने यह भी दिखाया कि मुख्यमंत्री के कुशल नेतृत्व में प्रदेश बचाव अभियानों के साथ त्वरित राहत पहुंचाने में सदैव प्रभावितों के साथ खड़ा है।

एसडीआरएफ

राज्य आपदा मोचन बल की पुलिस अधीक्षक इल्मा अफरोज़ ने शिमला के समरहिल व फागली सहित प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में एसडीआरएफ द्वारा संचालित अभियानों पर आधारित एक प्रस्तुतिकरण दिया।

कार्यक्रम के दौरान एसडीआरएफ शिमला से कांस्टेबल विकास मोहन, मण्डी से हेड कांस्टेबल देवेन्द्र कुमार, नवीन कुमार व बलविन्द्र सिंह, कांगड़ा से हेड कांस्टेबल पंकज, कांस्टेबल विशाल व रजत ने विभिन्न बचाव अभियानों के दौरान अपने अनुभव साझा किए।

इस अवसर पर विधायक यादविन्द्र गोमा व अजय सोलंकी, नगर निगम शिमला के महापौर सुरेन्द्र चौहान व उप-महापौर उमा कौशल, सचिव गृह अभिषेक जैन, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक सतवंत अटवाल सहित पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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