डलहौज़ी हलचल (चंबा) – विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर जिला पर्यटन विभाग, नाट आन मैप, ACT संस्था, और स्थानीय प्रशासन के सहयोग से एक अनूठी पहल ‘डीजी एक्स चंबा टेल्स’ का शुभारंभ किया गया। यह पहल चंबा के ऐतिहासिक स्थलों को डिजिटली संरक्षित करने और उनकी जानकारी पर्यटकों तक पहुँचाने के उद्देश्य से की गई है। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उपायुक्त चंबा, मुकेश रेप्सवाल थे, जिन्होंने इस नई पहल की शुरुआत की।

ऐतिहासिक स्थलों की जानकारी अब क्यूआर कोड के माध्यम से
इस नई तकनीक के अंतर्गत, चंबा के ऐतिहासिक स्थलों की जानकारी क्यूआर कोड के जरिये पर्यटकों को मिलेगी। पर्यटक इन कोड्स को स्कैन कर संबंधित स्थल की लिखित जानकारी के साथ-साथ ऑडियो गाइड के जरिये भी जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। इस पहल के तहत पहले चरण में श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर का डिजिटाइजेशन किया गया, और पर्यटकों के लिए एक क्यूआर कोड जारी किया गया। यह क्यूआर कोड बुक माई एक्सपीरियंस वेबसाइट पर उपलब्ध रहेगा, जिससे पर्यटक मंदिर के इतिहास और उससे जुड़ी तमाम जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकेंगे। यह जानकारी हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में उपलब्ध होगी।

पर्यटन क्षेत्र में नई संभावनाओं की दिशा
कार्यक्रम के दौरान पर्यटन विभाग, नाट आन मैप, और ACT संस्था ने चंबा के अन्य ऐतिहासिक स्थलों के डिजिटाइजेशन पर काम करने की योजना पर प्रकाश डाला। इसमें सर्कुलर इकोनोमी कैटालिस्ट (CEC) का भी सहयोग है, जिसका उद्देश्य इन स्थलों को पर्यटकों के लिए और अधिक सुलभ और जानकारीपूर्ण बनाना है।
पर्यटन क्षेत्र में योगदान देने वालों को किया सम्मानित
चंबा में पर्यटन को प्रोत्साहित करने और उसे उभारने में जिन लोगों ने उल्लेखनीय कार्य किया, उन्हें इस अवसर पर सम्मानित किया गया। करीब 40 वर्षों से पर्यटन क्षेत्र में योगदान देने वाले प्रकाश धामी को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से नवाजा गया। इसके अलावा राष्ट्रीय स्तर पर सिल्वर मेडल जीतने वाले पैरा-ग्लाइडिंग पायलट अक्षय और मिस्टिक विलेज को भी सम्मानित किया गया। मिस्टिक विलेज एक सामुदायिक गद्दी जनजातीय गांव है, जिसे गाब्दिका स्वयं सहायता समूह द्वारा संचालित किया जाता है। यह गांव हिमाचल का पहला जनजातीय आधारित पर्यटन स्थल है।

हैंडीक्राफ्ट और कला का विशेष योगदान
कार्यक्रम में निफ्ट के छात्रों ने चंबा के हैंडीक्राफ्ट प्रोजेक्ट पर अपनी प्रेजेंटेशन दी। वहीं तनवी रेश द्वारा कुंडी कला प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी दी गई। इस अवसर पर विभिन्न हितधारकों, पैराग्लाइडिंग ऑपरेटर्स, होटल एसोसिएशन और होमस्टे संचालकों के साथ संवाद किया गया, ताकि भविष्य में पर्यटन की नई दिशा तय की जा सके और अनछुए पर्यटन स्थलों को उभारा जा सके।
कार्यक्रम में ये रहे मौजूद
इस मौके पर एसी-टू-डीसी पीपी सिंह, होटल एसोसिएशन चंबा के प्रधान किशन, पंकज गुप्ता, पवन वैद, और नाट आन मैप के संस्थापक और अन्य सदस्यों के अलावा पर्यटन विभाग और ACT संस्था के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। कार्यक्रम में दिल्ली, पंजाब, लखनऊ, हैदराबाद और असम सहित अन्य स्थानों से आए पर्यटकों ने भी हिस्सा लिया।
उपायुक्त चंबा, मुकेश रेप्सवाल ने इस कार्यक्रम को चंबा के पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया और कहा कि इससे पर्यटक चंबा के अनछुए पर्यटन स्थलों से परिचित हो सकेंगे। जिला पर्यटन अधिकारी राजीव मिश्रा ने बताया कि चंबा के पर्यटन को नई ऊँचाइयों तक ले जाने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं, और यह पहल उसी दिशा में एक अहम कदम है।