डलहौज़ी हलचल (ऊना) – जिला प्रशासन ऊना, जिला रेड क्रॉस सोसाइटी और भारतीय स्टेट बैंक के सहयोग से भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम (एलिम्को) चंडीगढ़ के साथ मिलकर टाउन हॉल ऊना में एक दिवसीय दिव्यांगता मूल्यांकन शिविर का आयोजन किया। इस शिविर में 20 दिव्यांगजन ने पंजीकरण करवाया, जिसमें से 9 पात्र दिव्यांगजनों का चयन कृत्रिम अंगों के लिए किया गया। विशेषज्ञ चिकित्सकों ने दिव्यांगजनों का मूल्यांकन कर उन्हें इस सहायता के योग्य ठहराया। इस कदम से दिव्यांगजन आत्मनिर्भरता और समाज में सम्मान के साथ जीवन यापन कर सकेंगे।
शिविर में प्रदान किए गए उपकरण
शिविर के दौरान मोटर ट्राई-साइकिल, ट्राई-साइकिल, व्हीलचेयर, श्रवण यंत्र, छड़ी और कृत्रिम अंग जैसे उपकरण प्रदान किए गए। इन उपकरणों के माध्यम से दिव्यांगजन अपनी दैनिक गतिविधियों को आसानी से कर सकेंगे, जिससे उनकी जीवनशैली में सुधार होगा।
आगामी शिविरों की जानकारी:
उपायुक्त जतिन लाल ने बताया कि जिला के हर उपमंडल में इसी प्रकार के शिविर आयोजित किए जाएंगे, ताकि अधिक से अधिक दिव्यांगजन इसका लाभ ले सकें। आगामी शिविरों की जानकारी इस प्रकार है:
- 5 नवंबर – हरोली (आरएच हरोली)
- 6 नवंबर – बंगाणा (उपमंडल कार्यालय बंगाणा)
- 7 नवंबर – अम्ब (पंचायत समिति हॉल अम्ब)
- 8 नवंबर – गगरेट (उपमंडल कार्यालय गगरेट)
इन शिविरों का उद्देश्य दिव्यांगजनों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ना और उनकी आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना है।
अधिकारियों की उपस्थिति:
इस अवसर पर सीपीओ संजय सांख्यान, तहसील कल्याण अधिकारी जितेंद्र कुमार और एलिम्को के विशेषज्ञ भी मौजूद रहे।