डलहौज़ी हलचल (चंबा) : जिला अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ चंबा ने हाल ही में मणिमहेश यात्रा के दौरान उत्पन्न आपदा प्रबंधन कार्यों में बाधा डालने और उपायुक्त चंबा व एसएचओ के साथ दुर्व्यवहार करने पर जिला बार एसोसिएशन के कुछ अधिवक्ताओं की कड़ी निंदा की है। महासंघ ने सरकार से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और डिज़ास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत FIR दर्ज करने की मांग की है।
महासंघ ने आरोप लगाया कि 28 अगस्त 2025 को जब उपायुक्त आपदा नियंत्रण कक्ष में राहत एवं बचाव कार्यों में व्यस्त थे, तब कुछ वकील उनसे मिलने पहुंचे और वार्तालाप के दौरान अभद्र भाषा का प्रयोग किया। न केवल अनुचित टिप्पणियां की गईं बल्कि झूठी अफवाहें फैलाकर श्रद्धालुओं और उनके परिजनों में भय का माहौल पैदा किया गया।
वकीलों पर आरोप है कि उन्होंने चंबा मुख्यालय में नारेबाजी कर चार से पाँच घंटे तक चक्का जाम किया और मृतकों की संख्या बढ़ा-चढ़ाकर बताई। इतना ही नहीं, मुख्यमंत्री और मंत्रियों के चंबा प्रवास के दौरान अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी की गाड़ी को रोककर चालक व सुरक्षा कर्मियों के साथ बदसलूकी की और गाड़ी की चाबी तक छीन ली। पुलिस चौकी में धरना प्रदर्शन के दौरान एसएचओ चंबा के साथ भी अभद्र व्यवहार किए जाने की बात सामने आई।
महासंघ ने कहा कि जब जिला प्रशासन दिन-रात मेहनत कर श्रद्धालुओं के लिए भोजन, पानी, ठहरने, चिकित्सा और हवाई उड़ानों की व्यवस्था कर रहा था, तब ऐसे गैर-जिम्मेदाराना कृत्य प्रशासनिक प्रयासों को कमजोर करने वाले साबित हुए। उपायुक्त चंबा ने स्वयं अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ भारी बारिश व आपदा की परिस्थितियों में चंबा से भरमौर तक पैदल जाकर श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की, जिसके लिए उनकी व्यापक सराहना हुई।
महासंघ ने संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि जिला प्रशासन और कर्मचारियों ने आपदा की इस घड़ी में अदम्य साहस और निष्ठा से कार्य किया है। इस मौके पर महासंघ अध्यक्ष अजय जरियाल, महासचिव प्रवीण कुमार, प्रेस सचिव सुशील कुमार सल्होत्रा, परीक्षित मिन्हास, सुशील कुमार बड़ोतरा, हेमराज, बालकराम, नरेश कुमार, पवन राणा, विनोद कुमार, संजू, अनिल कुमार, प्रमोद कुमार, रमेश कुमार, रतन ठाकुर, रविंद्र कुमार, पवन कुमार, भूपेंद्र ठाकुर, उत्तम कुमार, राहुल शर्मा और नरेंद्र कुमार सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।
