डलहौज़ी हलचल (शिमला), 29 नवम्बर: शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने आज प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रतिनिधियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य के विभिन्न सरकारी स्कूलों में परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण-2024 के सफल संचालन की तैयारियों पर चर्चा की।
मंत्री ने इस सर्वेक्षण के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि दिसंबर के पहले सप्ताह में होने वाला यह सर्वेक्षण राज्य की शिक्षा व्यवस्था के समग्र प्रदर्शन को उजागर करेगा। उन्होंने सभी शिक्षक समुदाय से सामूहिक जिम्मेदारी निभाने की अपील की, खासकर प्राथमिक स्तर के शिक्षकों और स्कूल प्रवक्ताओं से।
सर्वेक्षण की सफलता के लिए मिशन मोड में काम करने का आह्वान
रोहित ठाकुर ने सभी शिक्षकों से मिशन मोड दृष्टिकोण अपनाने और सर्वेक्षण की सफलता के लिए हर स्तर पर व्यापक तैयारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि हितधारकों को एकजुट होकर काम करना होगा, ताकि छात्र राष्ट्रीय स्तर पर अच्छी रैंकिंग हासिल कर सकें।
शिक्षकों की भूमिका और मॉक टेस्ट का महत्व
मंत्री ने यह भी बताया कि राज्य के 15,000 स्कूलों में पहले ही मॉक टेस्ट आयोजित किए जा चुके हैं, जिनका उद्देश्य छात्रों की भाषा, गणित और विज्ञान में समझ को बढ़ाना है।
उन्होंने कहा, “शिक्षकों को छात्रों को सीखने में आ रही समस्याओं को दूर करने के लिए सहायता प्रदान करनी चाहिए।”
शिक्षा के मानकों में सुधार और राज्य की रैंकिंग बढ़ाने के उपाय
शिक्षा मंत्री ने राज्य सरकार द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर राज्य की रैंकिंग बढ़ाने के लिए किए गए उपायों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि इस वर्ष गणित में छात्रों के प्रदर्शन को विशेष ध्यान दिया गया है और शिक्षण प्रक्रिया को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण पहल की गई हैं।
उन्होंने बताया कि इस सत्र से अंग्रेजी माध्यम की शुरुआत की गई है, और राजीव गांधी राजकीय डे-बोर्डिंग स्कूल स्थापित किए जा रहे हैं, जो गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा देंगे।
शिक्षक समुदाय के प्रयासों की सराहना
रोहित ठाकुर ने शिक्षक समुदाय के सामूहिक प्रयासों की सराहना की और उनसे निरंतर मेहनत करने का आग्रह किया। उन्होंने संघ को आश्वासन दिया कि सरकार परख सर्वेक्षण-2024 में उत्कृष्टता प्राप्त करने में हर संभव सहयोग प्रदान करेगी।
संघ की भागीदारी
इस वीडियो कांफ्रेंसिंग में प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष जगदीश शर्मा, महासचिव संजय पीसी और राज्य के विभिन्न जिलों से प्रतिनिधि भी शामिल हुए।