डलहौजी हलचल (कांगड़ा): पूर्व भाजपा प्रत्याशी राकेश चौधरी की जहरीला पदार्थ निगलने से मौत हो गई, जबकि उनकी पत्नी का उपचार डॉ. राजेंद्र प्रसाद राजकीय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल टांडा में जारी है। जानकारी के अनुसार, मंगलवार को अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद दोनों को टांडा अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां राकेश चौधरी की हालत गंभीर बनी रही और उनकी मौत हो गई। हालांकि, उनकी पत्नी की हालत अब खतरे से बाहर बताई जा रही है।
घरेलू विवाद बना मौत का कारण
प्रारंभिक जांच से पता चला है कि दंपति ने मंगलवार सुबह किसी घरेलू विवाद के बाद जहरीला पदार्थ निगल लिया था। जैसे ही उनकी तबीयत बिगड़ी, परिजनों ने उन्हें तुरंत टांडा अस्पताल पहुंचाया, लेकिन राकेश चौधरी को बचाया नहीं जा सका।
राकेश चौधरी का राजनीतिक सफर
राकेश चौधरी ग्राम पंचायत पधर के निवासी थे और उन्होंने 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ा था। इसके अलावा, 2019 और 2024 में हुए विधानसभा उपचुनावों में भी उन्होंने बतौर निर्दलीय प्रत्याशी भाग लिया था। उनके आकस्मिक निधन से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है।
पुलिस कर रही है जांच
इस मामले की पुष्टि करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कांगड़ा बीर बहादुर ने बताया कि राकेश चौधरी और उनकी पत्नी ने किसी जहरीली दवा का सेवन किया था। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है ताकि घटना के पीछे के वास्तविक कारणों का पता लगाया जा सके।
राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने पूर्व भाजपा नेता के निधन पर शोक जताया
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल और मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने धर्मशाला से पूर्व भाजपा नेता राकेश चौधरी के असामयिक निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि राकेश चौधरी जुझारू और कर्मठ नेता थे।
राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है तथा परिवार को इस असहनीय दुःख को सहन करने की शक्ति देने व दिवंगत आत्मा की शांति के लिए परमपिता परमात्मा से प्रार्थना की है।