Mandi News : डलहौज़ी हलचल (Mandi) : मंडी जिला कांग्रेस के अध्यक्ष प्रकाश चौधरी ने कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता समेत सभी पदों से त्यागपत्र दे दिया है। जिला कांग्रेस के अध्यक्ष प्रकाश चौधरी द्वारा अचानक उठाए गए इस कदम से मंडी जिले खासकर बल्ह विधानसभा क्षेत्र के लोग व पार्टी कार्यकर्ता सकते में हैं। प्रकाश चौधरी तीन बार बल्ह का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
1998 में पहली बार भाजपा हिविकां गठबंधन की सरकार विधायक व मंत्री बने थे। बाद में कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए थे। पूर्व वीरभद्र सरकार में वह आबकारी एवं कराधान मंत्री थे। वीरवार को वह हरोली में उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री के घर शोक प्रकट करने गए हुए थे । लौटते समय रात करीब साढ़े आठ बजे उन्होंने अपने फेसबुक अकाउंट से पार्टी के पदों व प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देने की पोस्ट शेयर की। उनके बेटे रिंपल चौधरी ने इसे शेयर किया तो हलचल तेज हुई।
प्रकाश चौधरी ने का कहना है कि उनके विधानसभा क्षेत्र में एक साल से अन्य नेता व कुछ कार्यकर्ता लगातार हस्तक्षेप कर रहे हैं। जलशक्ति विभाग के बग्गी मंडल में पांच माह में अधिशाषी अभियंता का कई बार स्थानांतरण कर दिया गया। एपीएमसी मंडी (Mandi) में एक ऐसे अधिकारी को नियुक्त कर दिया जो उनका विरोधी है। छेश्चू मेले की बैठक व मुख्य अतिथि को लेकर उन्हें कोई जानकारी नहीं दी गई यही कारण है की अनदेखी से आहत होकर उन्होंने जिला अध्यक्ष पद व प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देने का निर्णय लिया है।
उधर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद मंडी (Mandi) संसदीय क्षेत्र प्रतिभा सिंह ने कहा है कि मैं अभी प्रकाश चौधरी से बात करने का प्रयास कर रही हूं। उनसे बात के बाद ही इस बाबत कुछ कह पाऊंगी।
यहाँ ये बता दें की भाजपा ने वीरवर को ही हर्ष महाजन को राज्यसभा सीट के लिए प्रत्याशी बनाकर कांग्रेस को बैकफुट पर डाल दिया है। हालाँकि भाजपा के पास बहुमत नहीं है, लेकिन हर्ष महाजन को प्रत्याशी बना कर भाजपा ने कांग्रेस को चौंका दिया है। प्रकाश चौधरी का इस्तीफा कांग्रेस को कमजोर बना रहा है और भाजपा को मजबूत कर दिया है। भाजपाई लोगों ने दबी जुबान में कहा कि कांग्रेस के असंतुष्ट विधायकों के कारण वे राज्यसभा की सीट जीतने जा रहे हैं। प्रकाश चौधरी के इस्तीफे के बाद कांग्रेस में भविष्य में क्या होगा, यह देखना दिलचस्प होगा। कुल मिलाकर प्रकाश चौधरी के इस्तीफे की इस खबर से सियासी हलचल बढ़ गई है।