डलहौज़ी हलचल (चंबा) : आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता मनीष सरीन ने दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने पर खुशी जाहिर की है। उन्होंने इसे “आम आदमी की जीत” करार दिया। सरीन ने कहा कि मनीष सिसोदिया को एक झूठे मामले में फंसाकर जेल भेजा गया था, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इशारे पर ईडी और सीबीआई द्वारा रचा गया था।
उन्होंने कहा, “आज, 17 महीने बाद, मनीष जी जेल से बाहर आएंगे। यह उन करोड़ों लोगों की दुआओं का नतीजा है जिनके बच्चों के लिए सिसोदिया जी ने बेहतरीन सरकारी स्कूल बनाकर शिक्षा में सुधार किया था। सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला न केवल सिसोदिया के लिए, बल्कि PMLA के तहत बंद अन्य राजनीतिक कैदियों के लिए भी ऐतिहासिक और मददगार साबित होगा।”
“राजनीतिक साजिश का पर्दाफाश”
मनीष सरीन ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार के इशारे पर ईडी और सीबीआई ने दो साल से अधिक समय तक इस मामले की जांच की, लेकिन अभी तक कोई ठोस सबूत, मनी ट्रेल या कोई गवाह नहीं मिल पाया है। उन्होंने कहा, “यह पूरी तरह से एक राजनीतिक साजिश थी, जिसका मकसद अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी को बदनाम करना था।”
“न्यायपालिका ने दिखाया सही रास्ता”
सरीन ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि कोर्ट ने सीबीआई और ईडी को कड़ी फटकार लगाई है। उन्होंने कहा, “कोर्ट ने स्पष्ट किया कि बिना किसी ठोस आधार के किसी को भी अनिश्चितकाल के लिए जेल में रखना गलत है। बेल किसी भी आरोपी का अधिकार है और इसे छीना नहीं जा सकता।”