डलहौज़ी हलचल (कांगड़ा): मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बताया कि हिमाचल प्रदेश सरकार आम लोगों को घर-द्वार पर उच्च-स्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी दिशा में, सरकार द्वारा प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक-एक स्वास्थ्य संस्थान को अपग्रेड करके आदर्श स्वास्थ्य संस्थान के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसके तहत मशीनरी और उपकरणों की व्यवस्था के लिए एक-एक करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई है।

मुख्यमंत्री ने धर्मशाला में टोंगलेन की मोबाइल क्लीनिक बस सेवा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और बताया कि प्रदेश में शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में गुणवत्ता सुधार हेतु योजनाबद्ध तरीके से काम किया जा रहा है ताकि लोगों को अत्याधुनिक सुविधाएं मिल सकें। उन्होंने कहा कि सभी महाविद्यालयों के कैजुएल्टी विभाग को अपग्रेड करके आपातकालीन मेडिसिन विभाग में बदला जा रहा है और स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट स्थापित किए जा रहे हैं, ताकि कैंसर के मरीजों को उन्नत सुविधाएं मिल सकें।
कैंसर मरीजों को निःशुल्क इलाज
उन्होंने घोषणा की कि राज्य के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में कैंसर के मरीजों को राहत देने के लिए 42 प्रकार की दवाइयां निःशुल्क उपलब्ध करवाई जा रही हैं, जिन्हें राज्य की अनिवार्य दवा सूची में भी शामिल किया गया है। इस पहल से प्रदेश में कैंसर मरीजों को इलाज में काफी मदद मिलेगी।

जन समस्याओं का त्वरित समाधान
इससे पहले, परिधि गृह में जनसमस्याएं सुनने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार लोगों की समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी कदम उठा रही है। उन्होंने मंत्रिमंडल के सदस्यों को ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर लोगों की समस्याएं सुनने का निर्देश भी दिया है ताकि लोगों को छोटी समस्याओं के समाधान के लिए जिला मुख्यालयों में न आना पड़े।
इस अवसर पर आयुष मंत्री यादविंदर गोमा, पर्यटन निगम के अध्यक्ष आरएस बाली, उप-मुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया, विधायक मलेंद्र राजन, राज्य अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष कुलदीप धीमान, केसीसीबी के चेयरमैन कुलदीप सिंह पठानिया, महापौर नीनू शर्मा, पूर्व महापौर देवेंद्र जग्गी, उपायुक्त कांगड़ा हेमराज बैरवा और पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री समेत अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
