डलहौज़ी हलचल (बनीखेत) अशोक चौहड़िया : आज स्थानीय निरंकारी सत्संग भवन, बनीखेत में साप्ताहिक सत्संग का आयोजन किया गया। इस अवसर पर गुलेर ब्रांच की मुखी बहन संतोष गुलेरिया जी ने अपने प्रवचनों के माध्यम से आध्यात्मिक विचारों को साझा किया। उन्होंने कहा कि निराकार (परमात्मा) का विस्तार हर जगह है और यह कभी समाप्त होने वाला नहीं है।
निराकार से जुड़ाव और सोच का विस्तार
संतोष गुलेरिया जी ने कहा कि जब हम निराकार के एहसास में रहते हैं, तो हमारी सोच का विस्तार होता है। जीवन के हर पहलू में अच्छाइयों का विस्तार आवश्यक है। जब हम सच्चाई और परमात्मा से जुड़ते हैं, तो हमारा हर पल सुनहरा बन जाता है। उन्होंने कहा कि संत निरंकारी मिशन कोई धर्म या संप्रदाय नहीं है, बल्कि यह एक आध्यात्मिक विचारधारा है, जो ब्रह्मज्ञान पर आधारित है।
ब्रह्मज्ञान की महिमा
गुलेरिया जी ने समझाया कि ब्रह्मज्ञान सतगुरु की कृपा से प्राप्त होता है, लेकिन इसे मजबूत करने के लिए महापुरुषों की संगत में आना जरूरी है। सत्संग के माध्यम से मन को स्थिरता और शांति मिलती है। सत्संग हमें यह विश्वास दिलाता है कि सर्वशक्तिमान परमात्मा, जो निराकार है, हर समय हमारे साथ है। इसी विश्वास से मन को शक्ति और आत्मा को स्थायित्व मिलता है।
श्रद्धालुओं की भक्ति और सहभागिता
सत्संग के दौरान दूर-दराज के गांवों जैसे टप्पर, चौहडा सिमणी, गोली, बाथरी, बगडार, ढलोग आदि से आए श्रद्धालुओं ने भजन, प्रवचन और कविताओं के माध्यम से कण-कण में विद्यमान परमात्मा की महिमा का गुणगान किया। सत्संग में दिए गए संदेशों ने यह स्पष्ट किया कि निरंकारी मिशन का उद्देश्य मानवता में आध्यात्मिकता का प्रसार करना और मानव जीवन को सच्चाई, अच्छाई और सकारात्मकता से जोड़ना है।
यह सत्संग कार्यक्रम श्रद्धालुओं के लिए आध्यात्मिक प्रेरणा और शांति का एक अनूठा अनुभव साबित हुआ।