प्री-ग्रामीण उष्मायन केंद्र संगड़ाह में द्वितीय जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन

डलहौज़ी हलचल (संगड़ाह) विजय आजाद  : राजकीय महाविद्यालय संगड़ाह, जिला सिरमौर (हिमाचल प्रदेश) स्थित प्री-ग्रामीण उष्मायन केंद्र में आज दिनांक सोलह दिसंबर दो हजार पच्चीस को द्वितीय जिला स्तरीय सेंसिटाइजेशन वर्कशॉप का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला विश्व बैंक एवं भारत सरकार द्वारा संचालित रैंप (RAMP) योजना के अंतर्गत हिमाचल प्रदेश उद्यमिता विकास केंद्र (HPCED), उद्योग विभाग हिमाचल प्रदेश के सहयोग से आयोजित की गई। इस केंद्र की कार्यान्वयन एजेंसी द प्लैनेट एजुकेशन सोसाइटी रही।

इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण युवाओं को उद्यमिता और स्वरोजगार के लिए प्रेरित करना है। केंद्र विशेष रूप से उन युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान करेगा, जो लघु एवं सूक्ष्म उद्योगों की स्थापना करना चाहते हैं या पहले से ही इस क्षेत्र में कार्यरत हैं। इसके माध्यम से युवाओं को तकनीकी एवं व्यावसायिक कौशल में दक्ष बनाने के साथ-साथ उन्हें अपने स्वयं के उद्यम स्थापित करने के लिए मार्गदर्शन दिया जाएगा।

कार्यक्रम में डॉ. मीनू भास्कर, प्रधानाचार्य, प्रोफेसर संदीप के. कनिष्क, प्रोफेसर अजय कुमार, प्रोफेसर विनोद कुमार (राजकीय महाविद्यालय संगड़ाह), श्री बॉबी शर्मा, रिसोर्स पर्सन (एनआरएलएम), विकास खंड संगड़ाह, श्री कामेश्वर ठाकुर, उप-प्रधान ग्राम पंचायत अंधेरी संगड़ाह, श्री हर्ष कुमार, सहायक प्रबंधक, तथा श्री उमेश खन्ना (द प्लैनेट एजुकेशन सोसाइटी, पांवटा साहिब) विशेष रूप से उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त महाविद्यालय का स्टाफ और बड़ी संख्या में विद्यार्थी भी कार्यशाला में शामिल हुए।

कार्यशाला के दौरान श्री हर्ष कुमार ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए बताया कि किस प्रकार युवा अपने स्तर पर किसी उद्यम की शुरुआत कर सकते हैं, व्यवसायिक योजना कैसे तैयार की जाए और विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ लेकर आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम बढ़ाया जा सकता है। उनके सत्र के दौरान विद्यार्थियों में विशेष रुचि और उत्साह देखने को मिला।

कार्यक्रम के अंत में वक्ताओं ने कहा कि इस तरह की कार्यशालाएँ ग्रामीण युवाओं को रोजगार सृजन, नवाचार और आत्मनिर्भर भारत की ओर प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। कार्यशाला का समापन उद्यमिता और स्वरोजगार के प्रति जागरूकता व प्रोत्साहन के संदेश के साथ किया गया। आयोजकों ने विश्वास जताया कि इस पहल से क्षेत्र के युवाओं को भविष्य में अपने स्वयं के व्यवसाय स्थापित करने का सशक्त मंच मिलेगा।