Rajya Sabha Elections : डलहौज़ी हलचल : भाजपा ने राज्यसभा चुनाव (Rajya Sabha Elections) में सात उम्मीदवारों को अलग-अलग राज्यों से अपना उमीदवार चुना है।
बुधवार को भारतीय जनता पार्टी ने भाजपा के राष्ट्रीय जेपी नड्डा को गुजरात से और अशोक चव्हाण को महाराष्ट्र से राज्यसभा के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया। यहाँ हम आपको बता दें कि अशोक चव्हाण ने सोमवार को ही कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थामा है । 27 फरवरी को राज्यसभा की 56 सीटों के लिए चुनाव होना है, और 15 फरवरी को नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि है।
भाजपा की नवीनतम सूची में गुजरात से चार और महाराष्ट्र से तीन प्रत्याशी घोषित किए गए हैं । गुजरात से भाजपा ने जेपी नड्डा के अलावा गोविंदभाई ढोलकिया, मयंकभाई नायक और डॉ. जशवंत सिंह सलाम सिंह परमार को राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है। महाराष्ट्र से अशोक चव्हाण का अलावा भाजपा के उम्मीदवार मेघा कुलकर्णी और अजीत गोपछड़े होंगे।
भाजपा ने बुधवार को राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनाव के लिए 12 उम्मीदवारों की सूची जारी की, जो 15 राज्यों में 56 सीटों पर होगा। भाजपा ने पहले पांच उम्मीदवारों की सूची में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में राज्य मंत्री मुरुगन, उमेश नाथ महाराज, माया नारोलिया और बंसीलाल गुर्जर को मध्य प्रदेश से उम्मीदवार बनाया है। वहीं, ओडिशा से केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव को उम्मीदवार बनाया गया।
चुनाव जीतने पर केंद्रीय मंत्री अश्वणी वैष्णव और केंद्रीय मंत्री मुरुगन का राज्यसभा में दूसरा कार्यकाल होगा। दोनों विजयी होने की काफी संभावना है। ओडीशा की सरकार, बीजू जनता दल (बीजद), ने वैष्णव को अपना समर्थन देने का ऐलान किया है। 2019 में बीजद ने भी पूर्व आईएएस अधिकारी वैष्णव का समर्थन किया था। भाजपा के पास मध्य प्रदेश में चार सीटें जीतने का दम है, जबकि कांग्रेस के पास एक सीट जीतने का दम है। भाजपा शासित इस राज्य में पांच सीट खाली हो रही हैं।
पार्टी ने केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान सहित तीन अन्य निवर्तमान भाजपा सांसदों को फिर से नामित नहीं किया है। हालाँकि, पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में शिक्षा मंत्री की जन्मभूमि ओडिशा से चुनाव में उतार सकती है। माया नारलिया पार्टी की मध्य प्रदेश इकाई की अध्यक्ष हैं, उमेश नाथ महाराज धार्मिक और आध्यात्मिक नेता हैं, और बंशीलाल गुर्जर किसान मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं।
ताल्लकु मूल रूप से तमिलनाडु से मुरुगन आते हैं। भाजपा को तमिलनाडु विधानसभा में राज्यसभा चुनाव जीतने के लिए पर्याप्त संख्या बल नहीं है। पार्टी के सूत्रों ने कहा कि भाजपा आगामी लोकसभा चुनाव में प्रधान के अलावा दो अन्य केंद्रीय मंत्रियों, भूपेंद्र यादव और राजीव चंद्रशेखर को उम्मीदवार बना सकती है। दोनों को फिलहाल राज्यसभा में फिर से नामित नहीं किया गया है। चंद्रशेखर का यह तीसरा कार्यकाल है, जबकि प्रधान और यादव दोनों दो बार राज्यसभा में रहे हैं।
यह भी चर्चा है कि वैष्णव अपनी जन्मभूमि राजस्थान से लोकसभा चुनाव में भाग ले सकते हैं। माना जाता है कि उन्होंने उच्च सदन में केवल एक कार्यकाल पूरा किया है और ओडिशा कैडर के पूर्व अधिकारी के राज्य की बीजद सरकार के साथ अच्छे संबंध हैं, इसलिए उन्हें राज्यसभा भेजा गया है। ओडिशा के मुख्यमंत्री और बीजद अध्यक्ष ने वैष्णव को चुनाव में अपनी पार्टी का समर्थन दिया है , जिससे वे पहले से ही विजयी माने जा रहे है ।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पहले कहा था कि राज्यसभा सांसदों को कम से कम एक प्रत्यक्ष चुनाव जीतने का अनुभव मिलना चाहिए। पार्टी में एक राय उभर कर सामने आई है कि अधिक से अधिक केंद्रीय मंत्रियों को लोकसभा चुनाव में भाग लेना चाहिए, खासकर उन्हें जिन्होंने कम से कम दो कार्यकाल राज्यसभा में बिताए हैं।