Ramlala Pran Pratistha || डलहौज़ी हलचल
हिमाचल प्रदेश सरकार ने कल, 22 जनवरी को सरकारी छुट्टी घोषित की है। 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर की प्रतिष्ठा (Ramlala Pran Pratistha ) को देखते हुए छुट्टी की घोषणा की गई है। हिमाचल सरकार के सभी कार्यालयों में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर अवकाश रहेगा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने रविवार को शिमला के राम मंदिर में दीप प्रज्वलित करते हुए यह घोषणा की है। उसने इस मौके पर यह भी कहा कि भगवान श्री राम सभी लोगों की आस्था का केंद्र हैं और यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान श्री राम किसी भी राजनीतिक पार्टी का नहीं है। इस देश की संस्कृति यही है। उनका कहना था कि हिमाचल प्रदेश देवताओं की धरती है और आज भी वह भगवान राम का आशीर्वाद लेने के लिए राम मंदिर गए हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि केंद्र सरकार ने केवल आधे दिन की छुट्टी दी है। लेकिन कांग्रेस शाषित हिमाचल प्रदेश में 22 जनवरी को पूरे दिन छुट्टी होगी।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश की विपक्षी पार्टी भाजपा ने 22 जनवरी को सरकारी अवकाश घोषित करने की मांग की थी।
Ramlala Pran Pratistha || 22 को राज्य भर के मंदिरों में कई कार्यक्रम होंगे
हिमाचल प्रदेश के कई मंदिरों में भी राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा (Ramlala Pran Pratistha ) के अवसर पर भव्य समारोह हुए हैं। इस कड़ी में शिमला शहर के चालिस मंदिरों में कार्यक्रम होंगे। 22 जनवरी को यादगार बनाने के लिए शिमला के राम मंदिर में पूर्वान्ह 11 बजे हवन के बाद प्राण प्रतिष्ठा का सीधा प्रसारण देखा जाएगा। यहां एक बड़ी स्क्रीन भी लगाई जा रही है इसके लिए। प्राण प्रतिष्ठा के दौरान शंख, घंटा और राम चालीसा पाठ होंगे। शाम के वक्त सूर्यास्त पर एक हजार दीप जलाए जाएंगे। शिमला के रिज मैदान पर शाम 7 बजे हिमाचल प्रदेश पुलिस के ब्रास बैंड की प्रस्तुति होगी।शिमला के ऐतिहासिक माल रोड पर भी प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम देखने के लिए बड़े स्क्रीन लगाए गए हैं।
Ramlala Pran Pratistha || 111 फीट ऊंची भगवान श्री राम की प्रतिमा जाखू में स्थापित होगी
मुख्यमंत्री ने भी 108 फीट की हनुमान की प्रतिमा के साथ भगवान श्री राम की प्रतिमा शिमला शहर की सबसे ऊंची चोटी जाखू में स्थापित करने का ऐलान किया। मुख्यमंत्री को दराल शहर की कई धार्मिक संस्थाओं ने 111 फीट ऊंची भगवान श्री राम की प्रतिमा जाखू में स्थापित करने का प्रस्ताव दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिंदू परंपरा में किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले मुहूर्त और समय की जाँच की जाती है। श्री राम की प्रतिमा को जाखू में भी स्थापित करने का निर्णय सही और शुभ समय पर लिया जाएगा।