डलहौज़ी हलचल (ऊना) : उपायुक्त जतिन लाल ने आज जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति का विस्तृत जायजा लिया और राहत कार्यों की गहन समीक्षा की। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देशित किया कि राहत और बचाव कार्यों को तेजी से और प्रभावी रूप से अंजाम दिया जाए, ताकि प्रभावित लोगों को शीघ्रता से सहायता पहुंचाई जा सके। उपायुक्त ने मुख्यमंत्री श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के निर्देशानुसार जिला प्रशासन की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए प्रभावितों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।
भारी बारिश से हुई व्यापक क्षति: 12 लोगों की मौत, 3 लापता
रविवार को हुई भारी बारिश ने ऊना जिले में जान-माल को भारी नुकसान पहुंचाया है। बाढ़ की चपेट में आने से विभिन्न दुर्घटनाओं में 12 लोगों की मृत्यु हो गई, जबकि 3 लोगों के लापता होने की सूचना है। इसके अलावा, कई सरकारी परियोजनाएं क्षतिग्रस्त हो गई हैं, और औद्योगिक क्षेत्रों व रिहायशी इलाकों में जलभराव से भी भारी क्षति पहुंची है।
जल्द बहाल होंगी प्रभावित परियोजनाएं
उपायुक्त ने बताया कि जिले में 335 बिजली के ट्रांसफार्मर प्रभावित हुए हैं, और 11 सड़कें बंद हो गई हैं, जिनमें से कुछ को आज शाम तक बहाल कर दिया जाएगा। जल आपूर्ति और सिंचाई योजनाओं को भी नुकसान पहुंचा है, जिनमें से 22 योजनाओं को बहाल करने का कार्य जारी है।
हरोली उपमंडल में एसडीआरएफ की टीम तैनात
उपायुक्त ने बताया कि बाथू-बाथरी औद्योगिक क्षेत्र में बाढ़ से हुए नुकसान के मद्देनजर राज्य आपदा रिस्पॉन्स बल (एसडीआरएफ) की एक टीम को कांगड़ा से बुलाकर हरोली उपमंडल में तैनात किया गया है, ताकि राहत कार्यों में तेजी लाई जा सके।
प्रवासी बच्चियों की मौत, अन्य दुर्घटनाओं में भी हताहत
बाथू-बाथरी क्षेत्र में बाढ़ की चपेट में आकर बिहार की तीन प्रवासी बच्चियों की दुखद मृत्यु हो गई। जैजों गांव के पास एक वाहन बाढ़ के पानी में बह गया, जिसमें 12 लोग सवार थे। इनमें से 9 लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं, जबकि 2 लोग अब भी लापता हैं। प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को सहायता राशि प्रदान की है।