डलहौज़ी हलचल (डलहौज़ी) : हिमाचल प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के समाप्त होते ही आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता मनीष सरीन ने डलहौज़ी विधायक पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि विधानसभा का सातवां सत्र डलहौज़ी विधानसभा क्षेत्र के लिए पूर्णतः मुद्दाविहीन साबित हुआ। मनीष ने इसे क्षेत्र के लिए बेहद निराशाजनक बताया और कहा कि विधायक की चुप्पी ने जनता को निराश किया है।
महत्वपूर्ण मुद्दों की अनदेखी
मनीष सरीन ने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि विधायक इस सत्र में डलहौज़ी के ज्वलंत मुद्दों को सदन में उठाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने कई महत्वपूर्ण समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित किया, जिन पर चर्चा नहीं की गई:
- डलहौज़ी-धर्मशाला फोरलेन परियोजना।
- डलहौज़ी अंतरराज्यीय बस अड्डा निर्माण।
- बनीखेत महाविद्यालय भवन निर्माण में देरी।
- डलहौज़ी हवाई पट्टी और पठानकोट-डलहौज़ी रोपवे परियोजनाएं।
- नगर परिषद और बिजली बोर्ड के बीच बिजली बिल विवाद।
- किहार और सलूणी अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी।
- अल्ट्रासाउंड जैसी बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव।
‘मुर्गे का कटआउट’ प्राथमिकता, क्षेत्रीय मुद्दे उपेक्षित
मनीष ने तंज कसते हुए कहा कि डलहौज़ी विधायक ने क्षेत्रीय समस्याओं को उठाने की बजाय ‘मुर्गे का कटआउट’ सदन में उठाना ज्यादा जरूरी समझा। उन्होंने इसे बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि क्षेत्रीय मुद्दों की लगातार अनदेखी जनता को गहरी निराशा में डाल रही है।
जनता को सोचने पर मजबूर किया
उन्होंने कहा कि विधायक की क्षेत्रीय मुद्दों पर चुप्पी अब डलहौज़ी की जनता को अपने विधानसभा चुनाव के फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर कर रही है। मनीष ने चेतावनी दी कि अगर विधायक ने भविष्य में भी ऐसी अनदेखी की, तो जनता इसका जवाब आने वाले समय में जरूर देगी।