World Wetland Day : डलहौज़ी हलचल (मंडी) : विश्व वेटलैंड दिवस (World Wetland Day) हर साल 2 फरवरी को मनाया जाता है।
इस वर्ष हिमाचल प्रदेश राज्य वेटलैंड्स प्राधिकरण (हिमकोस्ट) द्वारा विश्व वेटलैंड दिवस (World Wetland Day) 2 फरवरी, 2024 को प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर विशेषकर गोविंद सागर झील, पोंग डैम और रेणुका वेटलैंड पर मनाया जा रहा है। राज्य स्तरीय समारोह हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के रिवालसर में आयोजित किया जाएगा जिसमें लगभग 700 से अधिक छात्र, छात्राएं एवं गैर सरकारी संगठन के सदस्य भाग लेंगे। विश्व वेटलैंड दिवस 2024 का विषय वेटलैंड और मानव कल्याण है। यह दिन हर साल 2 फरवरी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाता है और 2 फरवरी, 1971 को ईरान के रामसर शहर में अंतरराष्ट्रीय महत्व के वेटलैंड (रामसर कन्वेंशन) पर हस्ताक्षर करने की सालगिरह का प्रतीक सूचक है।
विश्व वेटलैंड दिवस (World Wetland Day) पहली बार 1997 में मनाया गया था, तब से सरकारी एजेंसियों, गैर सरकारी संगठनों और सामुदायिक जन समूहों ने वेटलैंड मूल्यों, लाभों के बारे में सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाने और वेटलैंड के संरक्षण और व्यापक उपयोग को बढ़ावा देने के लिए कार्य करके इस दिन को मनाया है। इन गतिविधियों में सेमिनार, प्रकृति की सैर, नए रामसर स्थलों की घोषणा, समाचार पत्र लेख, रेडियो साक्षात्कार शामिल है।
वेटलैंड समाज को पर्यावरण संतुलन प्रदान करती हैं जैसे कि ताजा पानी, पानी से हानिकारक अपशिष्टों को शुद्ध करना, चरम घटनाओं के लिए बफर के रूप में कार्य करना है और बाढ़ और सूखे से जोखिम को कम करने में मदद करता है। इसके अतिरिक्त प्राकृतिक घटनाओं से सुरक्षा प्रदान करके जलवायु परिवर्तन से निपटने में मदद करना, कई लोगों के लिए आजीविका के स्रोत के रूप में तथा जैव विविधता के संरक्षण में सहायक है।
हिमाचल प्रदेश में विविध प्रकार की वेटलैंड्स हैं, जो विभिन्न ऍग्रो क्लाइमेट जोन में फैली हुई है, जो स्थानीय समुदाय के लिए आजीविका का स्रोत हैं और इनमें अत्यधिक सौंदर्य और पर्यटन के लिए उपयोगी है। वर्तमान में, राज्य में तीन श्रामसर स्थल- अंतर्राष्ट्रीय महत्व के वेटलैंड्सश् पोंग डैम (कांगड़ा), रेणुका (सिरमौर) और चंद्रताल (लाहौल एंड स्पीति) हैं। इसके अलावा, रिवालसर (मण्डी) और खज्जियार (चंबा) को भी इसके संरक्षण और प्रबंधन के लिए पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा शामिल किया गया है।
माननीय मुख्यमंत्री, हिमाचल प्रदेश श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रदेश की जनता को 2 फरवरी, 2024 को प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर वेटलैंड दिवस मनाए जाने के बारे में शुभ कामनायें दी तथा वेटलैंडस की परिस्थितिकी संतुलन एवं जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने में इनकी महत्वपुर्ण भूमिका की उपयोगिता बारे राज्य के रामसर स्थलों के संरक्षण के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की प्रतिज्ञा को दोहराया।
श्री प्रबोध सक्सेना, मुख्य सचिव एवं अध्यक्ष पर्यावरण, विज्ञान प्रौद्योगिकी परिषद ने हि0प्र0 के रामसर स्थलों के संरक्षण में स्थानीय समुदायों द्वारा निभाई गई अमूल्य भूमिका के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश राज्य वेटलैंड प्राधिकरण में राज्य वेटलैंड प्राधिकरण की बैठक 10.8.2023 को आयोजित की गई थी तथा इसके संरक्षण पर कार्य करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने राज्य के विभिन्न स्थानों पर वेटलैंड दिवस (World Wetland Day) समारोहों के सफल आयोजन के लिए अपनी शुभकामनाएं दी।
श्री डी.सी. राणा, सदस्य सचिव (हिमकोस्ट) ने वेटलैंड के संरक्षण, प्रबंधन, सुरक्षा एवं वेटलैंड्स नियमों के कार्यान्वयन से संबंधित वेटलैंड समितियों की भूमिका को अहम बताया। उन्होंने कहा कि इस वर्ष हिमाचल प्रदेश राज्य वेटलैंड प्राधिकरण ने 27,458 स्वयंसेवकों की भागीदारी के साथ इको क्लबों के माध्यम से वेटलैंड्स बचाओ अभियान के तहत 279 कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि वन, शिक्षा, पर्यटन, मत्स्य पालन और जिला प्रशासन के सहयोग से चार स्थानों पर वेटलैंड दिवस समारोह आयोजित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि 4 स्थानों पर सप्ताह भर स्वच्छता और जागरूकता अभियान चलाकर समारोह मनाया जाएगा। कार्यक्रम में स्थानीय समुदाय, आसपास की पंचायतों के स्कूलों के छात्र, छात्राएं, शिक्षक, गैर सरकारी संगठन शामिल हैं। इसके अलावा वेटलैंड के आस-पास के स्थानों पर स्वच्छता कार्यक्रम, पेंटिंग प्रतियोगिताएं, वार्ता और व्याख्यान आयोजित किए जाएंगे।