डलहौजी हलचल (बकलोह) भूषण : शनिवार को पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय बकलोह में 40वां वार्षिकोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर विशेष बल प्रशिक्षण स्कूल (SFTS) के कमांडेंट कर्नल अमनिंदर सिंह बैंस मुख्य अतिथि थे, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में पुनीत बैंस और कर्नल सफीक फैजी, कमांडिंग ऑफिसर, आर्मी मेडिकल कोर, मौजूद रहे।
दीप प्रज्वलन और स्वागत समारोह
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्वलन से हुआ, जो भारतीय परंपरा का प्रतीक है और ज्ञान व प्रकाश के प्रसार का संदेश देता है। इसके पश्चात विद्यालय के प्राचार्य अनिल कुमार ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया और उन्हें एक सुंदर पौधा भेंट किया। इस हरित स्वागत ने न केवल पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया, बल्कि यह एक अनोखी परंपरा बन गया, जो स्थायी विकास और प्रकृति के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।।
मुख्य अतिथि के स्वागत के बाद, प्राचार्य अनिल कुमार ने विद्यालय की वार्षिक प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। अपनी रिपोर्ट में उन्होंने विद्यालय की शैक्षिक, सांस्कृतिक और खेल गतिविधियों का विवरण दिया। उन्होंने बताया कि कैसे शिक्षकों और विद्यार्थियों ने मिलकर विद्यालय को नए आयाम तक पहुंचाया है। रिपोर्ट में विभिन्न उपलब्धियों, परीक्षा परिणामों, और छात्रों के द्वारा संभागीय और राष्ट्रीय स्तर पर किए गए उत्कृष्ट कार्यों पर विशेष प्रकाश डाला गया।
प्राचार्य अनिल कुमार के संबोधन के दौरान, पूरे सभागार में गर्व और प्रेरणा का माहौल बन गया। उनकी बातों से स्पष्ट था कि विद्यालय निरंतर प्रगति की ओर अग्रसर है और विद्यार्थियों के समग्र विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आकर्षण
कार्यक्रम की अगली कड़ी में विभिन्न राज्यों के रंग-बिरंगे लोक नृत्यों की मनमोहक प्रस्तुतियों ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया। विद्यार्थियों के द्वारा विभिन्न राज्यों के लोक नृत्यों जैसे राजस्थानी, गुजराती, पंजाबी, हिमाचली, नेपाली और केरल के नृत्यों की सुंदर प्रस्तुति दी गई। विद्यार्थियों ने “बूढ़े माता-पिता की सेवा” पर आधारित एक प्रेरणादायक लघु नाटिका प्रस्तुत कर सभी का दिल जीत लिया। नाटिका ने एक मार्मिक संदेश दिया, जिसमें वृद्ध माता-पिता की देखभाल और उनके प्रति सम्मान का महत्व दर्शाया गया।
सम्मान और पुरस्कार वितरण
कार्यक्रम के दौरान एक विशेष सम्मान समारोह आयोजित किया गया, जिसमें शिक्षकों और विद्यार्थियों को उनकी वर्षभर की उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया। शिक्षकों को उनकी नवाचारी शिक्षण पद्धतियों, विद्यार्थियों के शैक्षिक उत्थान में योगदान, और सह-शैक्षिक गतिविधियों में उत्कृष्ट नेतृत्व के लिए सराहा गया। उनकी मेहनत और समर्पण की प्रशंसा करते हुए मुख्य अतिथि ने उन्हें समाज के वास्तविक पथ-प्रदर्शक कहा।
मुख्य अतिथि का संबोधन
कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि कर्नल अमनिंदर सिंह बैंस ने सभा को संबोधित किया। उन्होंने विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भूरि-भूरि प्रशंसा की और कहा कि ये प्रस्तुतियां न केवल उनकी कला और प्रतिभा को प्रदर्शित करती हैं, बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपराओं का भी अद्भुत उदाहरण हैं। उन्होंने सभी प्रतिभागियों और उनके मार्गदर्शकों को इस अद्वितीय प्रदर्शन के लिए बधाई दी।
कर्नल बैंस ने विद्यालय की निरंतर प्रगति और विद्यार्थियों की उपलब्धियों पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि विद्यालय न केवल शैक्षिक क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त कर रहा है, बल्कि विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास पर भी विशेष ध्यान दे रहा है।
उन्होंने नैतिक मूल्यों के संवर्धन और देशभक्ति की भावना को विद्यार्थियों में विकसित करने की आवश्यकता पर बल दिया। मुख्य अतिथि ने अपने प्रेरणादायक शब्दों के माध्यम से विद्यार्थियों को अनुशासन, कड़ी मेहनत और ईमानदारी के साथ अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ने का संदेश दिया।
अपने संबोधन के अंत में, उन्होंने विद्यालय प्रबंधन, शिक्षकों और अभिभावकों की सराहना की, जो बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। उनके उत्साहवर्धक शब्दों ने सभी को प्रेरित किया और कार्यक्रम को एक प्रेरणादायक समापन प्रदान किया।
मंच संचालन और धन्यवाद ज्ञापन
कार्यक्रम का मंच संचालन विद्यालय के विद्यार्थियों सोमिल राणा और निकिता कुमारी ने किया। अंत में ओमप्रकाश ढाका (पीजीटी हिंदी) ने सभी अतिथियों और उपस्थित दर्शकों का धन्यवाद ज्ञापित किया।
उल्लेखनीय है कि पीएम श्री केन्द्रीय विद्यालय बकलोह का यह वार्षिकोत्सव न केवल सांस्कृतिक और शैक्षणिक प्रतिभाओं को मंच देने का अवसर बना, बल्कि विद्यालय की प्रगति और नैतिक मूल्यों को बढ़ावा देने का प्रतीक भी रहा।