डलहौज़ी हलचल (चंबा) : चाइल्ड हेल्पलाइन चंबा द्वारा राजकीय उच्च पाठशाला डियूर में आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) शिविर के दौरान विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 की उपयोगिता, बाल अधिकार, सड़क सुरक्षा और सोशल मीडिया जागरूकता जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर जानकारी दी गई।
कार्यक्रम में चाइल्ड हेल्पलाइन के समन्वयक कपिल शर्मा और केस वर्कर चैन लाल ने 1098 हेल्पलाइन सेवा के माध्यम से अनाथ, बाल-मजदूरी से पीड़ित, शोषित, बाल विवाह और छेड़छाड़ जैसे मामलों में सहायता लेने की प्रक्रिया के बारे में बताया। उन्होंने बच्चों और उपस्थित लोगों को पोक्सो (POCSO) अधिनियम के तहत बाल यौन शोषण के खिलाफ सुरक्षा के उपायों की जानकारी दी और बच्चों से किसी भी प्रकार के शोषण की स्थिति में चुप न रहने का आग्रह किया।
सड़क सुरक्षा और पुलिस का संदेश
थाना प्रभारी एस.आई. अनिल वालिया ने सड़क सुरक्षा पर चर्चा करते हुए कहा कि तेज गति से वाहन चलाना, बिना हेलमेट वाहन चलाना और नशे की स्थिति में ड्राइविंग करना गंभीर दुर्घटनाओं का कारण बन सकता है। उन्होंने बच्चों और युवाओं को नशे जैसी बुरी आदतों से दूर रहने और सुरक्षित यातायात नियमों का पालन करने की अपील की।
पुलिस की महिला आरक्षियों ने लड़कियों को सुरक्षित और असुरक्षित स्पर्श के बीच अंतर समझाया और अनजान लोगों से सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर सतर्क रहने की सलाह दी।

नशा मुक्त समाज की अपील
कार्यक्रम में नशे के बढ़ते प्रचलन और इसके दुष्परिणामों पर चर्चा की गई। उपस्थित लोगों को जागरूक करते हुए कहा गया कि नशा मुक्त समाज के निर्माण के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हैं।
बच्चों को दी नैतिक और सामाजिक शिक्षा
कार्यक्रम के दौरान बच्चों को अनुशासन, नैतिक शिक्षा और जीवन में लक्ष्य निर्धारण के महत्व को समझाया गया। साथ ही, उन्हें सोशल मीडिया के सकारात्मक उपयोग और इससे होने वाले खतरों के बारे में जानकारी दी गई। इस जागरूकता कार्यक्रम में 300 से अधिक बच्चों, प्रधानाचार्य वीरेन्द्र पाल, थाना प्रभारी एस.आई. अनिल वालिया, ए.एस.आई. नवीन कुमार, स्कूल के अध्यापक और गैर-शैक्षणिक स्टाफ ने सक्रिय रूप से भाग लिया।
चाइल्ड हेल्पलाइन चंबा और स्थानीय पुलिस विभाग द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम बच्चों और समुदाय को बाल अधिकारों और सुरक्षा के प्रति जागरूक करने में एक सफल प्रयास साबित हुआ।