डलहौज़ी हलचल (चंबा) साहिल शर्मा : एक तरफ जहाँ मणिमहेश कैलाश मानसरोवर यात्रा का दौर बड़ी ज़ोर शोर से चला हुआ है, तो वहीँ जिले के भिन्न भिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में दंगल प्रतियोगिताओं का आयोजन भी इन दिनों बड़े ही हर्शोलास के साथ किया जा रहा है।
आपको बता दें कि वैसे तो इस प्रकार से होने वाली दंगल प्रतियोगिताएं देश के कोने कोने में करवाई जाती हैं ,पर चंबा जिले में करवाई जाने वाली इन कुश्ती प्रतियोगिताओं की एक अलग ही पहचान है। सदियों से चली आ रही आपसी भाई चारे का प्रतीक इन दंगल प्रतियोगिताओं का आयोजन हर वर्ष इसी माह में ही किया जाता है और अक्सर ये आयोजन ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक करवाए जाते है। गांव के ग्रामीण लोग दूर दूर से इन दंगल प्रतियोगिताओं को देखने आते है जिससे आपसी भाईचारा देखने को मिलता है।
इसी प्रकार चंबा के गांव भनोत्ता में भी एक विशाल दंगल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमे दूसरे राज्यों से आए नामी पहलवानों ने इस दंगल प्रतियोगिता में भाग लिया। जिसको देखकर ग्रामीण लोग काफी खुश थे। इस मौके पर भनोत्ता पंचायत के पूर्व प्रधान ने कहा कि हमारे ग्रामीण क्षेत्र में इस छिंज मेले का आयोजन आज से नही बल्कि सदियों से हमारे पूर्वज भी किया करते थे । आज भी इस तरह के आयोजन हर ग्रामीण कस्बों में बखूबी किया जाता है। उन्होंने कहा कि इसमें बड़ी और छोटी माली का दंगल भी करवाया जाता है,और हमारी इच्छा है की आने वाले समय में इन दंगल प्रतियोगिताओं को और भी बढ़ावा दिया जाए ताकि हमारी प्राचीन संस्कृति के साथ इस विरासत का और भी विस्तार हो सके।