डलहौज़ी हलचल (डलहौज़ी): कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र के यूथ रेड क्रॉस, यूनिवर्सिटी टीचिंग डिपार्टमेंट यूनिट द्वारा डलहौजी के यूथ होस्टल में पाँच दिवसीय यूथ रेड क्रॉस शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इस शिविर का आयोजन कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा के निर्देशन और छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रोफेसर ए. आर. चौधरी के मार्गदर्शन में किया जा रहा है।
इस शिविर में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों से 41 यूथ रेड क्रॉस स्वयंसेवक, जिनमें 20 छात्राएं और 21 छात्र शामिल हैं, भाग ले रहे हैं। शिविर में यूथ रेड क्रॉस काउंसलर डॉ. कृष्णा अग्रवाल और डॉ. जतिन कालोन अहम भूमिका निभा रहे हैं।
शिविर का प्रथम दिन
शिविर का पहला दिन रेड क्रॉस के संस्थापक सर जीन हैनरी दुनंत को पुष्प अर्पण करके शुरू हुआ। सभी स्वयंसेवकों को शिविर से संबंधित जरूरी दिशा निर्देश दिए गए। यूथ रेड क्रॉस की वर्दी में सभी स्वयंसेवकों ने डलहौजी में आयोजित रेड क्रॉस मेले में भाग लिया। डलहौजी के सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट श्री अनिल कुमार भरद्वाज ने टीम का स्वागत किया, जिसमें डलहौजी के तहसीलदार और एसएचओ भी शामिल थे।
रेड क्रॉस मेले में सभी स्वयंसेवकों ने रेड क्रॉस के कार्य, इतिहास और मिशन के बारे में जानकारी प्राप्त की। शाम को पोस्टर और स्लोगन मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
शिविर का दूसरा दिन
दूसरे दिन की शुरुआत सुबह 6 बजे पीटी, योगा और प्रार्थना से हुई। नाश्ते के बाद डॉ. कृष्णा अग्रवाल ने स्वयंसेवकों को रेड क्रॉस के इतिहास और संरचना के बारे में विस्तार से बताया। इसके बाद, प्राथमिक सहायता प्रशिक्षण एक्सपर्ट ऋतु भारद्वाज ने उपस्थित स्वयंसेवकों को प्राथमिक सहायता, विशेषकर सीपीआर देने की विधि, का प्रशिक्षण दिया।
इसके अतिरिक्त, सिंगिंग और एक्सटेम्पोरे स्पीच जैसी प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गईं, जिनमें स्वयंसेवकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। दोपहर के भोजन के बाद, टीम डलहौजी के बाजार और अन्य स्थानों पर जाकर लोगों को यूथ रेड क्रॉस के बारे में जागरूक किया। दिन का समापन रात के भोजन के बाद कैंप फायर का अनुभव लेकर किया गया।
इस शिविर का आयोजन युवाओं को रेड क्रॉस के उद्देश्यों, सेवा भावना और प्राथमिक सहायता के महत्व से अवगत कराने के लिए किया जा रहा है। स्वयंसेवकों को न केवल प्रशिक्षण दिया जा रहा है, बल्कि उन्हें व्यावहारिक रूप से अपने अनुभवों को साझा करने और समाज में सेवा भावना का संचार करने का भी अवसर मिल रहा है।