डलहौजी हलचल (धर्मशाला): जिला कांगड़ा ने अपनी सुदृढ़ प्रशासनिक व्यवस्था के साथ सुशासन सूचकांक (गुड गवर्नेंस इंडेक्स) में लगातार तीसरी बार प्रथम स्थान हासिल किया है, जो राज्य में उसकी प्रभावी गवर्नेंस और नीतिगत अनुशासन का परिचायक है। इस अवसर पर शिमला में आयोजित एक विशेष समारोह में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में जिला कांगड़ा के उपायुक्त हेमराज बैरवा ने पुरस्कार के रूप में 50 लाख रुपये की राशि प्राप्त की। उपायुक्त ने जिले की इस शानदार सफलता का श्रेय अधिकारियों और कर्मचारियों के अनुकरणीय कार्यों को देते हुए उनकी पीठ थपथपाई और भविष्य में भी इस प्रदर्शन को बनाए रखने की अपील की।
कांगड़ा का उत्कृष्ट प्रदर्शन: समर्पण और टीमवर्क का नतीजा
उपायुक्त हेमराज बैरवा ने इस उपलब्धि पर खुशी जताते हुए कहा कि कांगड़ा जिले में विभिन्न विभागों के बीच बेहतर समन्वय और समर्पण के कारण शासन सरल और सुगम हुआ है। उन्होंने सभी अधिकारी-कर्मचारियों को इस उपलब्धि का श्रेय देते हुए कहा कि उनकी प्रतिबद्धता और निष्ठा ने ही जिले को यह सफलता दिलाई है। बैरवा ने यह भी आह्वान किया कि इस सामंजस्यपूर्ण कार्यशैली को बनाए रखते हुए जनता को और अधिक सुविधाएं देने का लक्ष्य रखा जाए।
सुशासन सूचकांक: कैसे होता है आकलन?
जिला सुशासन सूचकांक शासन की गुणवत्ता के मूल्यांकन का एक महत्वपूर्ण मापदंड है। इस सूचकांक के माध्यम से सभी जिलों का तुलनात्मक आकलन 8 प्रमुख विषयों, 19 फोकल बिंदुओं, और 76 संकेतकों पर किया जाता है। इनमें बुनियादी ढांचा, पारदर्शिता, जवाबदेही, मानव संसाधन विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल, सड़क सुविधा, और कानून व्यवस्था जैसे क्षेत्र शामिल हैं। यह आकलन जिले की प्रशासनिक दक्षता और सेवाओं की गुणवत्ता को दर्शाता है।
भविष्य में और बेहतर करने का प्रयास
हालांकि कांगड़ा ने लगातार तीन वर्षों से शीर्ष स्थान प्राप्त किया है, लेकिन उपायुक्त बैरवा का कहना है कि सुधार की गुंजाइश हमेशा बनी रहती है। इस सूचकांक से मिली रिपोर्ट के आधार पर भविष्य में प्रशासनिक प्रक्रियाओं में और सुधार लाने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि पुरस्कार के रूप में मिली 50 लाख रुपये की धनराशि जिले के विभिन्न विभागों की कार्य क्षमता को बढ़ाने में प्रयोग की जाएगी ताकि जनता को बेहतर सुविधाएं मिल सकें।
अन्य महत्वपूर्ण उपलब्धियां: पर्यटन, इवेंट और नवाचार में भी अग्रणी
सुशासन के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के साथ ही कांगड़ा जिला पर्यटन, इवेंट्स आयोजन और नवाचार के क्षेत्रों में भी राज्य में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। उपायुक्त बैरवा ने बताया कि कांगड़ा ने हाल के वर्षों में कई प्रतिष्ठित आयोजनों की सफल मेजबानी की है, जो उसकी समृद्ध कार्यप्रणाली और कुशल प्रशासनिक दक्षता को दर्शाता है।
उपस्थित गणमान्य अधिकारी
इस समारोह में एडीसी विनय कुमार, एडीएम डॉ. हरीश गज्जू, एसीटूडीसी सुभाष गौतम, जिला सांख्यिकी अधिकारी सलोचना देवी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे, जिन्होंने इस सफलता पर उपायुक्त और जिले की टीम को बधाई दी।
इस उपलब्धि के माध्यम से जिला कांगड़ा ने एक बार फिर अपने कुशल प्रशासन का प्रमाण दिया है और पूरे राज्य में एक मिसाल कायम की है। उपायुक्त बैरवा ने इस अवसर पर जिले के सभी नागरिकों और कर्मचारियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह पुरस्कार जिला के समर्पण और दृढ़ संकल्प का प्रतीक है, और वह इस उपलब्धि को भविष्य में भी बरकरार रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।