डलहौज़ी हलचल (चंबा) भूषण गुरंग : जिले के लोगों की वर्षों पुरानी मांग अब साकार होती नजर आ रही है। मंगला-चुवाड़ी सुरंग की फिजिबिलिटी रिपोर्ट और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने के लिए कंसल्टेंसी एजेंसी के चयन हेतु टेंडर जारी कर दिए गए हैं। इस प्रक्रिया पर सरकार द्वारा 4.32 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। सुरंग बनने के बाद जिला चंबा के निवासियों को स्वास्थ्य, परिवहन और विकास के नए आयाम मिलेंगे।
कम दूरी, कम समय, कम खर्च
मंगला-चुवाड़ी सुरंग निर्माण के बाद चंबा से चुवाड़ी के बीच की दूरी 48 किलोमीटर से घटकर 18 किलोमीटर रह जाएगी। इससे न केवल यात्रा समय कम होगा बल्कि बारिश और बर्फबारी के कारण उत्पन्न होने वाली दिक्कतों का भी समाधान हो जाएगा। इसके अलावा, चंबा से रेफर मरीजों को शिमला, टांडा या पीजीआई चंडीगढ़ जैसे प्रमुख चिकित्सा केंद्रों तक जल्दी पहुंचाने में मदद मिलेगी।
पर्यटन और विकास को मिलेगा बढ़ावा
सात किलोमीटर लंबी इस डबल लाइन सुरंग का निर्माण चंबा जिले को बाहरी जिलों से जोड़ने का एक नया जरिया बनेगा। इससे पर्यटन और स्थानीय व्यापार को नई ऊंचाई मिलेगी। सुरंग निर्माण से चंबा के पर्यटन स्थलों तक पहुंचना आसान हो जाएगा, जिससे यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा।
विधायकों और सरकार के प्रयास रंग लाए
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया और सदर विधायक नीरज नैयर के प्रयासों से इस परियोजना को गति मिली है। सदर विधायक नीरज नैयर ने मुख्यमंत्री से बार-बार अनुरोध कर इस योजना को धरातल पर उतारने में अहम भूमिका निभाई। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा,
“मंगला-चुवाड़ी सुरंग निर्माण से चंबा जिले का ऐतिहासिक विकास होगा। सुरंग के लिए डीपीआर की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और जल्द ही निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।”
सदर विधायक नीरज नैयर ने कहा, “हमारी सरकार ने 4.32 करोड़ रुपये की मंजूरी देकर इस लंबे समय से प्रस्तावित योजना को साकार करने का कदम उठाया है। यह सुरंग जिले के लिए ऐतिहासिक साबित होगी।”
स्थानीय लोगों की खुशी
स्थानीय निवासी राजीव कुमार, योगराज, प्रताप चंद और अशोक कुमार ने बताया कि अभी तक वाया जोत 48 किलोमीटर लंबा सफर तय कर चुवाड़ी पहुंचना पड़ता था। सुरंग बनने से यह सफर मात्र 18 किलोमीटर का रह जाएगा, जिससे समय और खर्च दोनों की बचत होगी।
सरकार के इस कदम से चंबा जिले के विकास में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है। सुरंग निर्माण न केवल परिवहन को सुगम बनाएगा, बल्कि चंबा जिले के लोगों को लंबे समय से चली आ रही चुनौतियों से राहत भी प्रदान करेगा।