Kullu Landslide: कुल्लू: हिमाचल प्रदेश में आसमान से बरस रही आफत थमने का नाम नहीं ले रही है। गुरुवार को कुल्लू जिला मुख्यालय के ठीक पास, इनर अखाड़ा बाजार में उस वक्त चीख-पुकार मच गई, जब भारी बारिश के बीच अचानक पूरी पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा टूटकर नीचे आ गिरा। यह मंजर इतना खौफनाक था कि देखते ही देखते 2 से 3 मकान ताश के पत्तों की तरह ढह गए और उनमें मौजूद लगभग 10 लोग मलबे के ढेर में जिंदा दफन हो गए।
स्थानीय लोगों और NDRF ने 4 को जिंदा निकाला
घटना के तुरंत बाद, प्रशासन के पहुंचने से पहले ही स्थानीय लोगों और पास में ही तैनात NDRF की टीम ने इंसानियत की मिसाल पेश करते हुए अपनी जान की परवाह किए बिना राहत और बचाव का काम शुरू कर दिया। बाद में प्रशासन और पुलिस की टीमें भी मौके पर पहुंच गईं। NDRF के असिस्टेंट कमांडर संतोष ने बताया, “घटनास्थल के पास ही हमारी टीम तैनात थी। जैसे ही हमें सूचना मिली, हम तुरंत मौके पर पहुंचे। यहां बहुत ज्यादा मलबा है। हमने अब तक 4 लोगों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला है और उन्हें अस्पताल भेज दिया गया है।”
भारी बारिश बनी रेस्क्यू में बाधा
हालांकि, बचाव कार्य में मौसम सबसे बड़ी बाधा बन रहा है। असिस्टेंट कमांडर संतोष ने बताया, “लगातार हो रही भारी बारिश और पहाड़ी से गिर रहे पत्थरों के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन को फिलहाल रोक दिया गया है। यह बहुत खतरनाक है। हमने मलबे को हटाने के लिए मशीनरी मंगवा ली है। जैसे ही बारिश थोड़ी थमती है, हम फिर से सर्च ऑपरेशन शुरू करेंगे। मौके पर डीसी कुल्लू, एसपी सहित सभी वरिष्ठ अधिकारी मौजूद हैं और स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
36 घंटे बाद भी नहीं मिला NDRF जवान का सुराग
यह कुल्लू के अखाड़ा बाजार के लिए एक दोहरी त्रासदी है। आपको बता दें कि ठीक इसी जगह पर मंगलवार रात को भी एक Landslide हुआ था, जिसमें ड्यूटी पर तैनात NDRF का एक जवान और एक क-शमीरी मजदूर मलबे में दब गए थे। 36 घंटे से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी उनका अब तक कोई पता नहीं चल पाया है।
इस घटना पर भी NDRF के असिस्टेंट कमांडर संतोष ने कहा, “वह लोकेशन बेहद खतरनाक है और वहां पर लगातार भूस्खलन हो रहा है, जिस वजह से रेस्क्यू में बहुत दिक्कतें आ रही हैं। लेकिन हमारी टीम अपनी पूरी कोशिश कर रही है। एक ही जगह पर दो बड़े भूस्खलन होने से पूरे इलाके में दहशत का माहौल है और प्रशासन ने आसपास के घरों को खाली कराना शुरू कर दिया है।
