डलहौज़ी हलचल (संगडाह ) विजय आजाद : श्री रेणुका बांध जन संघर्ष समिति द्वारा चलाए गए ‘गांव चलो अभियान’ के तहत वीरवार को मोहतू जोन के मोहतू गांव में समिति के संस्थापक सदस्य प्रताप सिंह तोमर की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में जोन के अधिकतर लोगों ने भाग लिया और विस्थापितों से जुड़ी विभिन्न समस्याओं पर गहन विचार-विमर्श किया गया।
विस्थापितों की समस्याओं का समाधान नहीं
समिति के अध्यक्ष योगेंद्र कपिला ने बांध प्रबंधन की ढुलमुल नीति की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि ददाहू में बांध प्रबंधन का कार्यालय खुले हुए 17 वर्ष हो गए हैं, लेकिन अब तक विस्थापितों की किसी भी समस्या का समाधान नहीं किया गया है। प्रबंधन के सिर्फ कोरे आश्वासन ही मिले हैं, जिससे विस्थापितों का विश्वास उठता जा रहा है और प्रबंधन के खिलाफ भारी रोष व्याप्त है।
पुल निर्माण की मांग
संघर्ष समिति ने मांग की कि संगड़ाह-रेणुका जी मार्ग की दूरी को कम करने के लिए मोहतू और चमयाणा गांव के बीच एक पुल का निर्माण किया जाए। इससे सड़क की दूरी लगभग 4 किलोमीटर कम हो जाएगी और गिरी आर एवं गिरी पार क्षेत्र के लोगों के लिए आवागमन में भारी लाभ होगा। हालांकि, बांध प्रबंधन द्वारा इस मांग पर कई बार सर्वे किया गया, लेकिन अब तक यह कार्य ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ है, जिससे समिति में भारी नाराज़गी है।
घरों की सुरक्षा की मांग
बैठक के दौरान लोगों ने अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी कीमती जमीनें डूब क्षेत्र में चली जाएंगी, जबकि उनके घर खतरे के निशान के पास बचे रहेंगे। उन्होंने बांध प्रबंधन से मांग की कि या तो उनके मकान भी अधिग्रहित कर लिए जाएं या फिर उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी बांध प्रबंधन द्वारा ली जाए।
बैठक में भाग लेने वाले सदस्य
बैठक में समिति के महासचिव संजय चौहान, कोषाध्यक्ष हरिचंद शर्मा, प्रेस सचिव जयप्रकाश शर्मा, उप प्रधान प्रेम दत्त शर्मा, संदीप, प्रधान मेला राम शर्मा, पप्पू शर्मा, बुधराम, सहीराम, कार्तिक शर्मा, संजय बाबूराम, संजय कुमार, पितांबर, मामराज आदि मौजूद रहे।