केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश के 40 विद्यार्थियों ने लिया हिस्सा
डलहौजी हलचल (चंबा), 8 अक्टूबर 2024: वन्य प्राणी सप्ताह के अंतर्गत भटियात में वन्यजीव संरक्षण को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से एक बटरफ्लाई वाचिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ स्थानीय निवासियों और केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश के जंतु विज्ञान विभाग के 40 विद्यार्थियों ने भाग लिया।
इस अवसर पर वन मंडलाधिकारी डलहौजी, रजनीश महाजन ने बताया कि तितलियां न केवल प्राकृतिक सुंदरता का प्रतीक हैं, बल्कि परिस्थितिकी तंत्र (ecosystem) के संतुलन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। उन्होंने कहा, “तितलियां विभिन्न पौधों के परागण में मदद करती हैं और उनकी उपस्थिति स्वस्थ पर्यावरण का संकेत मानी जाती है। बटरफ्लाई वाचिंग न केवल मनोरंजन है, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण के महत्व को भी समझने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है।”
बटरफ्लाई वाचिंग के लाभ और जानकारी
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित लोगों को तितलियों की विभिन्न प्रजातियों की पहचान करने के महत्वपूर्ण टिप्स दिए गए। साथ ही, तितलियों के व्यवहार और उनकी जीवन चक्र के बारे में भी जानकारी साझा की गई। यह कार्यक्रम विद्यार्थियों और प्रकृति प्रेमियों के लिए विशेष रूप से ज्ञानवर्धक रहा, जिसमें उन्हें तितलियों के संरक्षण के महत्व के बारे में गहराई से समझने का अवसर मिला।
संकल्प और पर्यावरण संरक्षण
कार्यक्रम का समापन एक महत्वपूर्ण संकल्प के साथ किया गया। उपस्थित सभी लोगों ने तितलियों और अन्य वन्य जीवों के संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताते हुए, पर्यावरण को स्वच्छ और सुरक्षित रखने के लिए एकजुट होकर काम करने का प्रण लिया।
वन्य प्राणी सप्ताह के उद्देश्य
वन्य प्राणी सप्ताह का आयोजन हर साल पूरे देश में वन्यजीवों के संरक्षण और उनके प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से किया जाता है। इस तरह के कार्यक्रमों का उद्देश्य न केवल लोगों को वन्यजीवों के महत्व से अवगत कराना होता है, बल्कि उनके संरक्षण के लिए सक्रिय रूप से काम करने के लिए भी प्रेरित करना होता है।
आकर्षक स्थान और सहभागिता
भटियात क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता और जैव विविधता (biodiversity) तितलियों और अन्य वन्यजीवों के लिए एक आदर्श स्थान है, और इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों की सक्रिय भागीदारी से यह आयोजन और भी खास बन गया। प्रकृति प्रेमियों ने इस अवसर का पूरा आनंद लिया और तितलियों के साथ अपनी तस्वीरें भी खिंचवाईं।
पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक कदम
यह कार्यक्रम वन्यजीव संरक्षण और पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ। भविष्य में भी इस तरह के कार्यक्रमों के आयोजन की योजना बनाई जा रही है, ताकि पर्यावरण और वन्यजीवों की सुरक्षा के प्रति जनसामान्य में जागरूकता और बढ़ाई जा सके।