डलहौज़ी हलचल (धर्मशाला) : महिला मंडलों सहित विभिन्न संस्थाओं आपदा पीड़ितों की मदद के लिए खुलकर आगे आने लगे हैं। वीरवार को बैजनाथ के तारापुरी के तारा महिला मंडल ने सीपीएस किशोरी लाल तथा उपायुक्त डा निपुण जिंदल के माध्यम से आपदा प्रभावितों के लिए राहत सामग्री भेंट की जिसमें 160 किलो चावल, 50 किलो दालें, 170 किलो आटा, बर्तन, कपड़े तथा कंबल भेंट किए। यह सामग्री रेडक्रास सोसाइटी के माध्यम से आपदा प्रभावितों तथा रिलीफ शिविरों में भेजी जाएगी। इस अवसर पर रविंद्र बिट्टू, राजेंद्र परमार, विकास राणा शैलाभ अवश्थी, रेडक्रास सोसाइटी के सचिव ओपी शर्मा उपस्थित थे। इसी कड़ी में 17 वें करमापा ओजिन ट्रिनले दोरजे की ओर से मोनेस्टिक ओर्गेनाईजेशन ने मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष के लिए उपायुक्त के माध्यम से दस लाख चेक प्रेषित करते हुए हिमाचल को आपदा से राहत दिलाने की कामना भी की है।
इस अवसर पर उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि विभिन्न संगठन और दानी सज्जन आपदा राहत कोष में उदारतापूर्वक योगदान देने के लिए आगे आ रहे हैं, जो इस चुनौतीपूर्ण समय में प्रभावित परिवारों के प्रति उनकी चिंता और एकजुटता की भावना को प्रदर्शित करता है। उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिला में आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत तथा पुनर्वास कार्यों को गति प्रदान की गई है।
उपायुक्त ने बताया कि जिले में आपदा प्रभावितों के लिए सरकार द्वारा 17 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं। जिनमें धीरा में 6, ज्वालाजी में 7 तथा जयसिंपुर, नूरपुर, देहरा और जवाली में एक-एक राहत शिविर फिलहाल चल रहा है। उन्होंने बताया कि इन राहत शिविरों में अभी प्रभावित परिवारों के 500 के करीब लोग रह रहे हैं। उन्होंने बताया कि इन राहत शिविरों में लोागों के रहने और खाने की व्यवस्था सरकार और सामाजिक संस्थाओं द्वारा की जा रही है। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त पोंग बांध क्षेत्र में रेस्क्यू के दौरान इंदौरा और फतेहपुर में भी 5 राहत शिविर लगाए गए थे। जहां लगभग एक हजार लोगों के रहने-खाने के साथ स्वास्थ्य जांच तथा गर्भवती महिलाओं और बच्चें के लिए टीकाकरण की सुविधा उपलब्ध करवाई गई थी।