डलहौज़ी हलचल (कुल्लू) : मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज कुल्लू जिला के आपदाग्रस्त क्षेत्र आनी का दौरा कर भू-स्खलन से क्षतिग्रस्त हुए घरों का जायजा लिया । उन्होंने पीड़ित परिवारों से बातचीत करते हुए कहा कि राज्य सरकार इस आपदा की घड़ी में उनके साथ है । उनका कहना था कि प्रभावित परिवारों को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला आनी में रहने, भोजन और अन्य आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था की गई है। उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिए कि अस्थायी शिविर में रहने वालों को कोई असुविधा न हो।
मुख्यमंत्री ने स्थानीय लोगों और प्रशासन से भूस्खलन के कारणों की जानकारी भी ली। राष्ट्रीय राजमार्ग पर भवन गिरने के कारण गिरे मलबे को नियंत्रित तरीके से उठाने और खतरे की जद में आए मकानों को खाली करने के लिए उन्होंने संबंधित विभागों से कहा। उनका कहना था कि स्थानीय प्रशासन द्वारा लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और लोगों की जान बचाना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे असुरक्षित घरों को खाली कर दें और राज्य सरकार द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करें। किसानों और बागवानों को फसल मंडियों तक पहुंचाने में कोई बाधा न पड़े इसके लिए उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को आनी उपमंडल के संपर्क मार्गों को जल्द ही बहाल करने का आदेश दिया।
कुल्लू और लाहौल-स्पिति के सब्जी उत्पादक अपने उत्पादों को मण्डियों तक पहुंचा सकें इसके लिए उन्होंने सब्जी ढोने वाली छोटी-छोटी गाड़ियों को वाया जलोड़ी परिचालन हेतु निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के संसाधनों पर हिमाचल प्रदेश के लोगों का हक है और आपदा से प्रभावित लोगों की मदद के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। उनका कहना था कि प्रदेश में इस मॉनसून में भारी नुकसान हुआ है, लेकिन राज्य सरकार हर पीड़ित को सहायता देने की कोशिश कर रही है।
आनी उपमंडल में इस मानसून मौसम में 27 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं और 87 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं, । इसके अलावा, निजी और सरकारी संपत्ति में भी भारी क्षति हुई है।
इस अवसर पर लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह, विधायक लोकेंद्र कुमार, मुख्य संसदीय सचिव सुंदर सिंह ठाकुर, जिला परिषद अध्यक्ष पंकज परमार, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष यूपेंद्र कांत मिश्रा, एपीएमसी के अध्यक्ष राम सिंह मियां, उपायुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।