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चंबा की उड़नपरी सीमा ने रचा इतिहास: एशिया स्तर पर 10,000 मीटर गर्लज़ दौड़ में जीता स्वर्ण

Dalhousie Hulchul
चंबा की उड़नपरी सीमा ने रचा इतिहास
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डलहौज़ी हलचल (चंबा) : हांग कॉंग में आयोजित एशिया स्तर की 10,000 मीटर गर्लज़ दौड़ में भारत की बेटी हिमाचल प्रदेश के चंबा की उड़नपरी व गोल्‍डन गर्ल नाम से विख्यात सीमा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया। इस उपलब्धि के साथ सीमा ने न केवल अपनी कड़ी मेहनत और लगन का परिचय दिया, बल्कि पूरे भारत को गर्व महसूस कराया।

भारत के लिए गौरव का क्षण

चंबा की उड़नपरी सीमा का यह ऐतिहासिक प्रदर्शन भारत के खेल जगत के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। सीमा ने पूरे आत्मविश्वास के साथ अपनी दौड़ पूरी की और प्रतिस्पर्धियों को पीछे छोड़ते हुए स्वर्ण पदक जीता। इस जीत ने भारत का नाम एक बार फिर से एशियाई खेलों में ऊँचाइयों पर पहुँचा दिया है।

उड़नपरी व गोल्‍डन गर्ल सीमा का सफर बेहद प्रेरणादायक रहा है। कठिन परिश्रम और समर्पण के बल पर उन्होंने यह मुकाम हासिल किया है। उनकी यह जीत नई पीढ़ी के खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा है, जो यह साबित करती है कि अगर दृढ़ निश्चय और मेहनत से काम किया जाए तो कोई भी सपना साकार हो सकता है।

सीमा की इस ऐतिहासिक जीत पर देशभर से बधाइयाँ मिल रही हैं। खेल प्रेमी और प्रशंसक उनकी इस शानदार उपलब्धि पर गर्व महसूस कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी लोग सीमा को बधाई संदेश भेज रहे हैं और उनकी जीत का जश्न मना रहे हैं।

स्वर्ण पदक के साथ उड़नपरी सीमा ने बढ़ाया भारत का मान

इस जीत के साथ सीमा ने यह साबित कर दिया है कि भारतीय खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी शानदार प्रदर्शन कर सकते हैं। उड़नपरी व गोल्‍डन गर्ल सीमा की यह जीत न केवल उनके व्यक्तिगत करियर के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, बल्कि पूरे देश के लिए भी गर्व का विषय है।

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