
इस दौरान स्कूल स्टाफ औऱ लगभग 350 स्कूली बच्चों के द्वारा योग किया गया जिसमें मे अनुलोम विलोम, शीर्षआसन ,सूर्य नमस्कार, वज्रआसन सिंघासन ,वक्रासन , मण्डूक आसन ,भुजंगासन सहित कई आसन सिखाया गया। शैलजा ने बताया कि योग करने से अनेक प्रकार की बीनारियो से छुटकारा पाया जा सकता है। वहीँ टुंडी स्कूल के प्रधानाचार्य सोम दत्त में बताया कि शरीर को स्वस्थ रखने के लिए योग करना बहुत ज़रूरी है। योग करने से शरीर का मानसिक विकास बढ़ता है। भारत मे योग का इतिहास पुराना है 2014 में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्तराष्ट्र महासभा में इसकी पहल की थी। 11 दिसम्बर 2014 को सयुक्त राष्ट्र महासभा ने इस प्रस्ताव को पूर्ण बहुमत पास किया था। जिसमें 193 में से 177 सदस्यो ने 21 जून को अंतराष्ट्रीय योग दिवस के रूप मे पूर्ण रूप से मनाने का प्रस्ताव को ध्वनिमत से मंजरी दी थी। इस लिये तभी से 21 जून को विश्व योगा दिवस के रूप मे मनाया जाता है।
इसके अलावा ककीरा स्कूल औऱ बकलोह स्कूल , एक्ससर्विसमैंन लीग, महिला मंडल के अलावा बकलोह के भिन्न भिन्न जगहों में भी योग दिवस बहुत ही धूमधाम से मनाया गया।