
डलहौज़ी हलचल (डलहौज़ी) : 14 वर्षों से बिमारी के चलते बिस्तर पर पड़े प्रवीन टंडन के लिए उत्तरांचल के संदीप भट्ट ने मदद के हाथ बढाए और उन्हें ढेड लाख रुपये की धन राशी उनकी दवाओं के लिए प्रदान की । समाजसेवक संदीप भट्ट को प्रवीन की इस हालत की जानकारी स्थानीय तिब्बती समुदाय के एक युवक के माध्यम से मिली जिसके बाद उन्होंने स्वयं दिल्ली से डलहौज़ी आ कर उन्हें ये धनराशी प्रदान की।
उल्लेखनीय है कि डलहौज़ी के वार्ड नबर एक बकरोटा के निवासी प्रवीन टंडन की 26 वर्ष की आयु में एक टांग सुन्न पड़ गई थी जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए चंडीगढ़ ले जाया गया परन्तु इलाज के बाद भी धीरे धीरे उनकी दूसरी टांग ने भी काम करना बंद कर दिया तब से लेकर आज तक प्रवीन टंडन बिस्तर पर है और उन्हें शौच आदि के लिए भी दवाइयों का सहारा लेना पड़ रहा है जिसके लिए उन्हें प्रतिमाह लगभग 5000 रुपये का खर्चा वहन करना पड़ रहा है । प्रवीण की आयु इस समय 40 वर्ष है और उनकी माँ का स्वास्थ्य भी ठीक नहीं रहता ।
प्रवीन टंडन के पिता रुमालों राम मूल रूप से उपमंडल डलहौज़ी के रुल्याणी गाँव के रहने वाले है और डलहौज़ी के बकरोटा में स्थित एक कोठी में चौकीदार के रूप में कार्य करते है। रुमालों राम के लिए अपने बेटे के इलाज के लिए धनराशी जुटाना किसी पहाड़ से कम नहीं है।
रुमालों राम ने समाजसेवी संदीप भट्ट का और तिब्बती समुदाय के लोगों का आभार व्यक्त किया ।