
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि लाहौल स्पिती क्षेत्रफल की दृष्टि से बड़ा जिला है जिस कारण स्थानीय पुलिस को तत्काल ऐसे स्थानों पर पहुंचना आसान नहीं होता है जहां बगैर सूचना के जलूस या भीड़ एकत्रित होती है, जिसके परिणाम स्वरूप शान्ति भंग होने का अन्देषा बना रहता है। उन्होंने कहा कि लाहौल स्पिति जिला में जलसे या अन्य प्रकार के कार्यक्रमों में जहां भीड़ एकत्रित होती है की पूर्व लिखित सूचना न देने की स्थिति में पुलिस उप-अधीक्षक काजा और थाना प्रभारी केलंग, उदयपुर और काजा जो कि उपनिरीक्षक पद के होंगे को प्राधिकृत किया गया है तथा वह बिना किसी पूर्व सूचना के आयोजित जलसे आदि पर प्रतिबन्ध लगाने मे सक्षम होंगे। बिना पूर्व सूचना के ऐसे कार्यक्रमों जिससे आम जनमानस को असुविधा होती है या कोई अप्रिय धटना घटती है के आयोजकों को हिरासत में लिया जायेगा। दोष सावित होने पर आयोजकों को आठ दिनों की कैद अथवा पांच हजार रूपये का जुर्माना या दोनों सजायें साथ हो सकती हैं।